अंबेडकर नगर। मौसम की मार से त्रस्त किसानों के लिए टिड्डी रूपी बड़ी मुसीबत आ गयी है। शनिवार सुबह से ही जिले के अलग अलग क्षेत्रों में टिड्डियों के दल का आगमन शुरु हो गया। लाखों की झुंड अचानक पहुंची टिड्डियों को देखकर किसानों के होश उड़ गए।
खेतों में तैयार धान की बेरन, गन्ना, मेंथा व पशुओं के लिए बोई गई चरी को बजाने के लिए किसान घंटों अपने खेतों में थाली व डिब्बे बजाकर टिड्डियों को फसल पर बैठने से रोकने के लिए प्रयास करते रहे। जिले के महरुआ व भीटी थाना क्षेत्रों से पहले टिड्डियों के आगमन की खबर फैली। थोड़ी ही देर में समूचे जिले में टिड्डियों ने धावा बोला। गनीमत रही कि अधिकांश क्षेत्रों से टिड्डियां कुछ देर में चली गईं।
मौजूदा समय किसानों के लिए काफी मुश्किल भरा है। पिछले करीब 10 दिनों से हो रही लगातार बारिश ने किसानों को तगड़ी चपत लगायी है, वहीं शनिवार को अचानक जिले में पहुंचे टिड्डियों के दल ने किसानों के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दिया है।
बारिश से बर्बाद हुई मेंथा मेंथा व सब्जी की फसल का दर्द कम नही हुआ था कि इसी बीच टिड्डियों के हमले ने किसानोंकी चिंता बढ़ा दी है। महरुआ व भीटी क्षेत्र में पहले टिड्डियों के आगमन की खबर आयी। लाखों की झुंड में चल रहीं टिड्डियां कई कई किलोमीटर क्षेत्रफल में फैली रहीं।
इसके बाद अहिरौली, अकबरपुर,सम्मनपुर, टांडा सहित अन्य थाना क्षेत्रों में टिड्डियों का समूह फैल गया। किसान अपनी फसल को उनकी चपेट में आने से बचाने के लिए थाली, डिब्बा व ड्रम आदि बजाते हुए खेतों की तरफ भागे। करीब दो घंटे तक यह सिलसिला जिले के अलग अगल क्षेत्रों में चल रहा। टिड्डियों के आगमन ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।
महरुआ प्रतिनिधि के अनुसार थाना क्षेत्र में टिड्डियों का प्रकोप दिखा। अचानक आसमान में टिड्डियों की झुंड देखकर किसान सकते में आ गए। खेतों में तैयार अपनी फसल को बचाने के लिए किसान थाली व ड्रम बजाते हुए खेत की तरफ भागे।
कई जगह तो टिड्डियों को भगाने के लिए एक्सीलेटर तेज कर आवाज करते रहे। बाहरपुर, महरुआ, रामपुर, धानेपुर, बरामदपुर जरियारी, बसाइतपुर, सारंगपुर, दियरा, पांती, कसड़ा, लोकनाथपुर, नरसिंह दासपुर आदि गांवों में किसान टिड्डियों को भगाने में जुटे रहे। श्रवणक्षेत्र प्रतिनिधि के अनुसार अचानक टिड्डियों के हमले से श्रवणक्षेत्र समेत दर्जनों गांवों में अफरा तफरी मच गई।
टिड्डियों के झुंड को देखकर किसान अपनी धान की बेरन, मेंथा, गन्ना, चरी आदि फसलों को बचाने के लिए थाली व ड्रम आदि बजाकर आवाज करने लगे। करीब एक घंटे तक टिड्डियों का दल आसमान में घूमता रहा। फिलहाल कुछ देर बाद टिड्डियों का दल आगे बढ़ गया। घरवासपुर, बेनीपुर, बीबीपुर, घरवासपुर, आशाजीतपुर, सबना, तिवारीपुर, साखवीर आदि गांवों में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा।
खेतों में तैयार धान की बेरन, गन्ना, मेंथा व पशुओं के लिए बोई गई चरी को बजाने के लिए किसान घंटों अपने खेतों में थाली व डिब्बे बजाकर टिड्डियों को फसल पर बैठने से रोकने के लिए प्रयास करते रहे। जिले के महरुआ व भीटी थाना क्षेत्रों से पहले टिड्डियों के आगमन की खबर फैली। थोड़ी ही देर में समूचे जिले में टिड्डियों ने धावा बोला। गनीमत रही कि अधिकांश क्षेत्रों से टिड्डियां कुछ देर में चली गईं।
मौजूदा समय किसानों के लिए काफी मुश्किल भरा है। पिछले करीब 10 दिनों से हो रही लगातार बारिश ने किसानों को तगड़ी चपत लगायी है, वहीं शनिवार को अचानक जिले में पहुंचे टिड्डियों के दल ने किसानों के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दिया है।
बारिश से बर्बाद हुई मेंथा मेंथा व सब्जी की फसल का दर्द कम नही हुआ था कि इसी बीच टिड्डियों के हमले ने किसानोंकी चिंता बढ़ा दी है। महरुआ व भीटी क्षेत्र में पहले टिड्डियों के आगमन की खबर आयी। लाखों की झुंड में चल रहीं टिड्डियां कई कई किलोमीटर क्षेत्रफल में फैली रहीं।
इसके बाद अहिरौली, अकबरपुर,सम्मनपुर, टांडा सहित अन्य थाना क्षेत्रों में टिड्डियों का समूह फैल गया। किसान अपनी फसल को उनकी चपेट में आने से बचाने के लिए थाली, डिब्बा व ड्रम आदि बजाते हुए खेतों की तरफ भागे। करीब दो घंटे तक यह सिलसिला जिले के अलग अगल क्षेत्रों में चल रहा। टिड्डियों के आगमन ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।
महरुआ प्रतिनिधि के अनुसार थाना क्षेत्र में टिड्डियों का प्रकोप दिखा। अचानक आसमान में टिड्डियों की झुंड देखकर किसान सकते में आ गए। खेतों में तैयार अपनी फसल को बचाने के लिए किसान थाली व ड्रम बजाते हुए खेत की तरफ भागे।
कई जगह तो टिड्डियों को भगाने के लिए एक्सीलेटर तेज कर आवाज करते रहे। बाहरपुर, महरुआ, रामपुर, धानेपुर, बरामदपुर जरियारी, बसाइतपुर, सारंगपुर, दियरा, पांती, कसड़ा, लोकनाथपुर, नरसिंह दासपुर आदि गांवों में किसान टिड्डियों को भगाने में जुटे रहे। श्रवणक्षेत्र प्रतिनिधि के अनुसार अचानक टिड्डियों के हमले से श्रवणक्षेत्र समेत दर्जनों गांवों में अफरा तफरी मच गई।
टिड्डियों के झुंड को देखकर किसान अपनी धान की बेरन, मेंथा, गन्ना, चरी आदि फसलों को बचाने के लिए थाली व ड्रम आदि बजाकर आवाज करने लगे। करीब एक घंटे तक टिड्डियों का दल आसमान में घूमता रहा। फिलहाल कुछ देर बाद टिड्डियों का दल आगे बढ़ गया। घरवासपुर, बेनीपुर, बीबीपुर, घरवासपुर, आशाजीतपुर, सबना, तिवारीपुर, साखवीर आदि गांवों में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा।