अंबेडकर नगर
भूतपूर्व विधायक पवन कुमार पांडे ने की अपील भारत की देशभक्त जनता ने चीनी सामान के बहिष्कार का अभियान चला रखा है। यह उचित ही है। इस अभियान का भरपूर समर्थन किया जाना चाहिए। भारत के सामने लगातार चीन बाधाएं खड़ी कर रहा है। हालांकि प्रत्येक भारतीय के लिए सबसे असहनीय बात यह है कि चीन लगातार पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है।
आतंकवाद पर भी चीन का व्यवहार ठीक नहीं है। उड़ी हमले के बाद जिस तरह से चीन ने पाकिस्तान का बचाव करने का प्रयास किया है, उससे भारत की देशभक्त जनता में चीन के प्रति काफी आक्रोश है। चीन को सबक सिखाने के लिए भारतीय नागरिकों ने सोशल मीडिया पर चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम चलाई है। यह मुहिम अपना रंग दिखा रही है। तकरीबन एक ही महीने में भारत में चीनी सामान की बिक्री इतनी कम हो गई है कि उससे चीन बुरी तरह बौखला गया है।
बौखलाहट में चीनी मीडिया ने भारत और उसके नागरिकों के खिलाफ बहुत हल्की भाषा में कटाक्ष किया है। चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम के संबंध में लिखते हुए चीनी मीडिया ने लिखा है कि भारत भौंक तो सकता है, लेकिन कुछ कर नहीं सकता। चीन के सामान और तकनीक के सामने भारत का सामान और तकनीक टिक नहीं सकता है। लेकिन चीन को इस बात का आभास नहीं है भारत के नागरिक यदि तय कर लेते हैं तो सब बातें एक तरफ और भारतीयों का निर्णय एक तरफ। चीन को यह भी नहीं पता होगा कि भारत में उसके सामान के प्रति आम नागरिकों की भावना किस प्रकार की है। " चीनी सामान का वहिष्कार शहीदों को सच्चीश्रदांजलि ।कायर आत्महत्या करते हैं और बहादुर संघर्ष करते हैं, जिनमें उत्साह तो बहुत परन्तु हिम्मत नहीं है वह मूकदर्शक बन भीड़ का हिस्सा बनकर तालियां बजाते रहते हैं,अब तय आपने करना है कि लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बनना है या गुमनामियों के अंधेरे में स्वयं को कैद करना है।
आप आज यह सोच रहे होंगे कि मैंने यह क्या लिख दिया है ? तो इसका सीधा सा जवाब है कि अब हमें इस दौर में जीने के लिए हर मोर्चे पर संघर्ष करते हुए देश का विकास करते हुए आगे बढ़ना है, आज अदृश्य शत्रु कोरोना,माओवादी चीन ,आतंकवादी पाकिस्तान एवं देश के अन्दर ही इनके समर्थक विचारधारा वालों से भी लड़ते हुए भारत माता के मन्दिर को तोड़ने का स्वप्न देखने वालों को भी नेस्तनाबूद करना है।
हमें पूर्ण विश्वास है कि कोरोना और कोरोना का जनक चीन हर मोर्चे पर हारेगा जीत हमारी ही होगी, लद्दाख की गलवान घाटी में हमारे सैनिकों की पीठ पर छुप कर बार करने वाले चीन अब तेरे व्यापार और द्वार को हम ऐसे बंद करेंगे कि तू अपनी ही लगाई गई आग में जलेगा और घुट घुट कर मरेगा।अब हम अपने बीस जांबाज शहीदों को पूर्ण श्रदांजलि उस दिन देंगे जिस दिन तिब्बत,हांगकांग आजाद होंगे और चीन में बंधक बने उइगर मुसलमान आजादी की हवा में सांस ले रहे होंगे और कैलाश मानसरोवर में हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भगवा ध्वज के साथ लहरा रहा होगा ।
भूतपूर्व विधायक पवन कुमार पांडे ने की अपील भारत की देशभक्त जनता ने चीनी सामान के बहिष्कार का अभियान चला रखा है। यह उचित ही है। इस अभियान का भरपूर समर्थन किया जाना चाहिए। भारत के सामने लगातार चीन बाधाएं खड़ी कर रहा है। हालांकि प्रत्येक भारतीय के लिए सबसे असहनीय बात यह है कि चीन लगातार पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है।
आतंकवाद पर भी चीन का व्यवहार ठीक नहीं है। उड़ी हमले के बाद जिस तरह से चीन ने पाकिस्तान का बचाव करने का प्रयास किया है, उससे भारत की देशभक्त जनता में चीन के प्रति काफी आक्रोश है। चीन को सबक सिखाने के लिए भारतीय नागरिकों ने सोशल मीडिया पर चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम चलाई है। यह मुहिम अपना रंग दिखा रही है। तकरीबन एक ही महीने में भारत में चीनी सामान की बिक्री इतनी कम हो गई है कि उससे चीन बुरी तरह बौखला गया है।
बौखलाहट में चीनी मीडिया ने भारत और उसके नागरिकों के खिलाफ बहुत हल्की भाषा में कटाक्ष किया है। चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम के संबंध में लिखते हुए चीनी मीडिया ने लिखा है कि भारत भौंक तो सकता है, लेकिन कुछ कर नहीं सकता। चीन के सामान और तकनीक के सामने भारत का सामान और तकनीक टिक नहीं सकता है। लेकिन चीन को इस बात का आभास नहीं है भारत के नागरिक यदि तय कर लेते हैं तो सब बातें एक तरफ और भारतीयों का निर्णय एक तरफ। चीन को यह भी नहीं पता होगा कि भारत में उसके सामान के प्रति आम नागरिकों की भावना किस प्रकार की है। " चीनी सामान का वहिष्कार शहीदों को सच्चीश्रदांजलि ।कायर आत्महत्या करते हैं और बहादुर संघर्ष करते हैं, जिनमें उत्साह तो बहुत परन्तु हिम्मत नहीं है वह मूकदर्शक बन भीड़ का हिस्सा बनकर तालियां बजाते रहते हैं,अब तय आपने करना है कि लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बनना है या गुमनामियों के अंधेरे में स्वयं को कैद करना है।
आप आज यह सोच रहे होंगे कि मैंने यह क्या लिख दिया है ? तो इसका सीधा सा जवाब है कि अब हमें इस दौर में जीने के लिए हर मोर्चे पर संघर्ष करते हुए देश का विकास करते हुए आगे बढ़ना है, आज अदृश्य शत्रु कोरोना,माओवादी चीन ,आतंकवादी पाकिस्तान एवं देश के अन्दर ही इनके समर्थक विचारधारा वालों से भी लड़ते हुए भारत माता के मन्दिर को तोड़ने का स्वप्न देखने वालों को भी नेस्तनाबूद करना है।
हमें पूर्ण विश्वास है कि कोरोना और कोरोना का जनक चीन हर मोर्चे पर हारेगा जीत हमारी ही होगी, लद्दाख की गलवान घाटी में हमारे सैनिकों की पीठ पर छुप कर बार करने वाले चीन अब तेरे व्यापार और द्वार को हम ऐसे बंद करेंगे कि तू अपनी ही लगाई गई आग में जलेगा और घुट घुट कर मरेगा।अब हम अपने बीस जांबाज शहीदों को पूर्ण श्रदांजलि उस दिन देंगे जिस दिन तिब्बत,हांगकांग आजाद होंगे और चीन में बंधक बने उइगर मुसलमान आजादी की हवा में सांस ले रहे होंगे और कैलाश मानसरोवर में हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भगवा ध्वज के साथ लहरा रहा होगा ।