अंबेडकर नगर। थाना अकबरपुर क्षेत्र के मीरानपुर अहिराना निवासी भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी को अपने ही पुस्तैनी जमीन पर दबंग बैनामेदार से सुरक्षित कर पाना मुसीबत बन गया है। जब कि पीड़ित दीवानी न्यायालय का स्थगन आदेश लेकर न्याय के लिए भटक रहा है। हालाकि इस मामले को एसडीएम सदर ने गंभीरता से लेते हुये निर्देश दिया है।
ज्ञात हो कि भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के अभिषेक यादव को प्रदेश नेतृत्व ने मीडिया प्रभारी मनोनीत किया है जो पार्टी की जिम्मेदारी का निष्ठा से निर्वहन कर रहे है किन्तु सत्ता के होते हुये भी उन्हे अपनी ही पुस्तैनी जमीन को बचाने में मुसीबत बन गयी है।
इस मामले में अभिषेक कई दिनों से विपक्षी रामसहाय यादव व शिव सहाय पुत्र गण स्व. शोभाराम यादव निवासी मीरानपुर के द्वारा लिये 17 धुर की जमीन की आड़ में अवैध कब्जे को लेकर पुलिस से फरियाद किया जा रहा है किन्तु अभी तक निर्माण कार्य नहीं रूक सका है।
जिसे लेकर पीड़ित नेता ने एसडीएम सदर से न्यायालय के स्थगन आदेश के साथ मिलकर वास्तविकता से रूबरू कराया जिस पर उन्होने गंभीरता से लिया और तत्काल हल्का लेखपाल को आदेश निर्गत किया कि स्थलीय निरीक्षण कर जांच आख्या उपलब्ध करायेे।
मामले में हल्का लेखपाल मुरलीधर राजभर ने एसडीएम के आदेश का हवाला देते हुये पुलिस को प्रेषित पत्र में अवगत कराया गया है कि इसके पहले भी मामले में पैमाइश के पश्चात् ही निर्माण करने को कहा गया था, बावजूद विपक्षी मनमानी कर रहे है, ऐसी दशा में निर्माण पर रोक लगाया जाना नितांत आवश्यक है।
ज्ञात हो कि भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के अभिषेक यादव को प्रदेश नेतृत्व ने मीडिया प्रभारी मनोनीत किया है जो पार्टी की जिम्मेदारी का निष्ठा से निर्वहन कर रहे है किन्तु सत्ता के होते हुये भी उन्हे अपनी ही पुस्तैनी जमीन को बचाने में मुसीबत बन गयी है।
इस मामले में अभिषेक कई दिनों से विपक्षी रामसहाय यादव व शिव सहाय पुत्र गण स्व. शोभाराम यादव निवासी मीरानपुर के द्वारा लिये 17 धुर की जमीन की आड़ में अवैध कब्जे को लेकर पुलिस से फरियाद किया जा रहा है किन्तु अभी तक निर्माण कार्य नहीं रूक सका है।
जिसे लेकर पीड़ित नेता ने एसडीएम सदर से न्यायालय के स्थगन आदेश के साथ मिलकर वास्तविकता से रूबरू कराया जिस पर उन्होने गंभीरता से लिया और तत्काल हल्का लेखपाल को आदेश निर्गत किया कि स्थलीय निरीक्षण कर जांच आख्या उपलब्ध करायेे।
मामले में हल्का लेखपाल मुरलीधर राजभर ने एसडीएम के आदेश का हवाला देते हुये पुलिस को प्रेषित पत्र में अवगत कराया गया है कि इसके पहले भी मामले में पैमाइश के पश्चात् ही निर्माण करने को कहा गया था, बावजूद विपक्षी मनमानी कर रहे है, ऐसी दशा में निर्माण पर रोक लगाया जाना नितांत आवश्यक है।