इलाहाबाद. पूर्व सांसद सरोज दुबे (Saroj Dubey) का निधन (Demise) हो गया. वे इलाहाबाद सीट से पहली महिला सांसद चुनी गई थीं. और 1991 से लेकर 1996 तक जनता दल से सांसद रही थीं. पूर्व सांसद के निधन से इलाहाबाद में शोक की लहर दौड़ पड़ी. उनसे पहले जनता दल पार्टी से जनेश्वर मिश्रा इलाहाबाद सीट से सांसद रहे. और उनके पश्चात मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar Joshi) ने 1996 में पहली बार इलाहाबाद सीट पर कमल खिलाया.
कांग्रेस से सियासी सफर की शुरुआत
सरोज दुबे ने कांग्रेस पार्टी के साथ अपनी सियासी सफर की शुरुआत की थी. 1985 में कांग्रेस की टिकट पर शहर उत्तरी से विधायक का चुनाव लड़ीं, मगर अनुग्रह नारायण सिंह से हार गईं.
1989 में उन्हाेंने जनता दल का दामन थाम लिया. और 1991 में इलाहाबाद की पहली महिला सांसद बनकर लोकसभा पहुंचीं. उनके बेटे अनुराग दुबे सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता हैं.
मूलरूप से फैजाबाद की निवासी थींपूर्व सांसद सरोज दुबे का मकान प्रयागराज के कचहरी रोड पर छप्पन भोग के पीछे था. लेकिन वे अब यहां नहीं रहती थीं, बल्कि नोएडा के सेक्टर 15-ए में रहती थीं. जानकारी के मुताबिक शनिवार रात नोएडा स्थित आवास पर ही उनका निधन हुआ था. वे मूलरूप से फैजाबाद की निवासी थीं. उन्होंने वहीं से अपनी पढ़ाई पूरी की. वे राजद से राज्यसभा सदस्य भी रही थीं. उनके पति जेएन दुबे पटना हाईकोर्ट में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश पद से सेवानिवृत्ति हुए हैं.
कांग्रेस से सियासी सफर की शुरुआत
सरोज दुबे ने कांग्रेस पार्टी के साथ अपनी सियासी सफर की शुरुआत की थी. 1985 में कांग्रेस की टिकट पर शहर उत्तरी से विधायक का चुनाव लड़ीं, मगर अनुग्रह नारायण सिंह से हार गईं.
1989 में उन्हाेंने जनता दल का दामन थाम लिया. और 1991 में इलाहाबाद की पहली महिला सांसद बनकर लोकसभा पहुंचीं. उनके बेटे अनुराग दुबे सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता हैं.
मूलरूप से फैजाबाद की निवासी थींपूर्व सांसद सरोज दुबे का मकान प्रयागराज के कचहरी रोड पर छप्पन भोग के पीछे था. लेकिन वे अब यहां नहीं रहती थीं, बल्कि नोएडा के सेक्टर 15-ए में रहती थीं. जानकारी के मुताबिक शनिवार रात नोएडा स्थित आवास पर ही उनका निधन हुआ था. वे मूलरूप से फैजाबाद की निवासी थीं. उन्होंने वहीं से अपनी पढ़ाई पूरी की. वे राजद से राज्यसभा सदस्य भी रही थीं. उनके पति जेएन दुबे पटना हाईकोर्ट में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश पद से सेवानिवृत्ति हुए हैं.