आखिरकार जिसका ङर था वही हुआ! चाईना लद्दाख में पीछे हटकर वार कर दिया! देश के जाबाज सैनिकों का संहार कर दिया।वास्तविकता को लाख छिपाओ एक दिन खुलकर सामने आ ही जाती है। दिल्ली में बैठकर लफ्फाजी गिलगीट, बालिस्टान, आक्साई चीन पीओके,पर कब्जा करने की फजूल भाषण बाजी देश की सम्प्रभुता के लिये खतरा बन गया! आज चीन सीमा के भीतर घुसकर वार कर गया।तनाव के बीच कुटनितिक प्रयास समझौते का जारी है लेकीन युद्ध की बिशुद्ध चीन कर चुका है तैयारी! देश को चारो तरफ से सीमा पर खतरे का आगाज हो चुका है! पाक आग उगल रहा है! नेपाल चाल बदल रहा है! चाईना आईना दिखा दिया !अब बाग्लादेश से भी खतरनाक सन्देश आ रहा है। आखिर सब कुछ जानकारी के बाद भी सियासत के सूरमा अन्तर्राष्ट्रीय जगत में मजबूत पकङ रखने के बाद भी गच्चा कैसे खा गये! हालात बिगङ रहे है! सीमाओं पर सैनिकों की चहलकदमी बढ गयी है! रोज नये नये कारनामे दुश्मन करने से गूरेज नहीं कर रहे है,! चार दशक तक शान्त पङी लद्दाख सीमा आज आग उगलने लगी है।भारत और चीनी सेना के बीच लद्दाख बार्डर पर झड़प के बीच, भारतीय सेना का एक अफसर और बीस सैनिक शहीद हो गये वहीं चाईना के भी 43सैनिको के शहीद होने की खबर है।भारत और चीन के बीच पिछले काफी वक्त से लद्दाख में जारी विवाद अब और भी गहरा गया है! सोमवार रात को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई है!इस झड़प में भारतीय सेना के कई जवान शहीद हो गए हैं!. ये घटना तब हुई जब सोमवार रात को गलवान घाटी के पास दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद सबकुछ सामान्य होने की स्थिति आगे बढ़ रह थी!
बताया जा रहा है इस झड़प में चीन की सेना को भी भारी नुकसान पहुंचा है! चीन की तरफ 43 सैनिकों की मौत होने की खबर है। हालांकि,हमेशा के तरह इस बार भी चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने इसकी पुष्टि करने से इनकार कर दिया है!
भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई!. इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं जब की मंलवार को लगभग 20जवान शहीद हो गये है!दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस वक्त इस मामले को शांत करने के लिए बड़ी बैठक कर मामला सूलझाने में लगे हुये है! फिर भी सीमा पर तनाव बढता जा रहा है! चीन अपनी चालबाजी में फिर एक बार कामयाब हो गया!अभी दो दिन पहले तक अखबारों मे छप रहा था चाईना ढाई कीलोमीटर पीछे हट गया? लेकीन सब हवा हवाई साबित हुआ!खतरनाक घायल शेर के तरह पीछे हटकर हमला कर दिया!और माँ भारती का सीना लहूलुहान हो गया !दर्जनो रणबाकुरो का बलिदान हो गया। इस घटना को सुनकर अवाक हिन्दुस्तान हो गया।वतन के महकते चमन में अमन के दुश्मनो की नजर लग गयी! कश्मीर घाटी से लेकर गलवान घाटी तक की भारतीय परिपाटी बदल गयी। हालात लगातार खराब हो रहेँ है! एक तरफ करोना के कहर से देश के गाँव और शहर तबाह हो रहेँ है दुसरी तरफ देश की सीमाओं पर देश के रक्षक शहीद हो रहेँ है।बिकट बिकराल गर्जना करते बर्बादी का बवंङल देश के आभामंङल पर कालिमा लिये हुये बिश्व यूद्ध की बिभीषिका के आवरण का निर्माण कर रहा है!जिस तरह से चौतरफा देश की सीमाओं पर खतरनाक खेल शुरू है!इसका परिणाम क्या होगा! कहना मुश्किल है।सारी दुनियाँ भारत के भविष्य को देख रही है।
कही चाईना भारत के बीच युद्ध हुआ तो इसकी धमक बिश्व के ब्यवस्था पर पङेगा और भारत ही बिश्व युद्ध के लिये अखाङा बन जायेगा। आने वाले कल मे सिर्फ बर्बादी की आँधी चलेगी! देखिये युद्ध रोकने का कुटनितिक प्र्यास सफल होता है या फीर महाभारत के लिये शंखनाद हो जाता है।
जय हिन्द
जगदीश सिंह