प्रयागराज । धूमनगंज थाने की पुलिस एवं क्राइमब्रांच की टीम ने एक परिवार के चार सदस्यों की हत्या का खुलासा करते हुए गुरुवार रात मृतक के बेटे को गिरफ्तार किया। हत्या में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश में दबिश जारी है।
उक्त जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक नगर बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि सनसनीखेज वारदात की सूचना एडीजी जोन प्रेम प्रकाश , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज मौके पर पहुंचे। घटनास्थल से प्राप्त साक्ष्य की जांच के दौरान पाज़िटिव रिपोर्ट मिलते ही मुकदमा वादी आतिश उर्फ आशीष केसरवानी पुत्र तुलसीदास केसरवानी पर शक हो गया। जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो हत्याकांड का सूत्रधार निकला। उसे तत्काल गिरफ्तार करके हत्या में शामिल अन्य आरोपितों के सम्बन्ध एवं कारण पूछा गया तो उसने बताया पुलिस टीम से बताया कि पूरी वारदात को अंजाम देने के लिए आठ लाख की सुपारी दी थी। जिसमें एडवांस के रूप में अपने दोस्त अनुज श्रीवास्तव पुत्र ललित कुमार श्रीवास्तव को 75हजार रूपया दिया है। वारदात को अंजाम देने में अनुज और अनुज का मामा राजकृष्ण उर्फ बच्चि श्रीवास्तव एक अन्य शामिल थे, जो घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।
हत्या की वजह है कि मेरा एक महिला से अवैध संबंध था। जिसका मेरे पिता तुलसीदास और मां किरण देवी तथा बहन निहारिका श्रीवास्तव उर्फ गुड़िया एवं पत्नी प्रियंका केसरवानी विरोध करते थे। इस मामले को लेकर मेरी बहन ने फेसबुक पर मेरी प्रेमिका का फोटो वायरल कर दिया था।आए दिन बिवाद से मुक्त होने के लिए सभी को रास्ते हटाने के लिए दोस्त अनुज श्रीवास्तव के साथ योजना बनाई और आज घटना को अंजाम देया। पुलिस ने मृतक के बेटे आतिश केसरवानी को गिरफतार कर लिया है।
वारदात में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
उक्त जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक नगर बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि सनसनीखेज वारदात की सूचना एडीजी जोन प्रेम प्रकाश , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज मौके पर पहुंचे। घटनास्थल से प्राप्त साक्ष्य की जांच के दौरान पाज़िटिव रिपोर्ट मिलते ही मुकदमा वादी आतिश उर्फ आशीष केसरवानी पुत्र तुलसीदास केसरवानी पर शक हो गया। जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो हत्याकांड का सूत्रधार निकला। उसे तत्काल गिरफ्तार करके हत्या में शामिल अन्य आरोपितों के सम्बन्ध एवं कारण पूछा गया तो उसने बताया पुलिस टीम से बताया कि पूरी वारदात को अंजाम देने के लिए आठ लाख की सुपारी दी थी। जिसमें एडवांस के रूप में अपने दोस्त अनुज श्रीवास्तव पुत्र ललित कुमार श्रीवास्तव को 75हजार रूपया दिया है। वारदात को अंजाम देने में अनुज और अनुज का मामा राजकृष्ण उर्फ बच्चि श्रीवास्तव एक अन्य शामिल थे, जो घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।
हत्या की वजह है कि मेरा एक महिला से अवैध संबंध था। जिसका मेरे पिता तुलसीदास और मां किरण देवी तथा बहन निहारिका श्रीवास्तव उर्फ गुड़िया एवं पत्नी प्रियंका केसरवानी विरोध करते थे। इस मामले को लेकर मेरी बहन ने फेसबुक पर मेरी प्रेमिका का फोटो वायरल कर दिया था।आए दिन बिवाद से मुक्त होने के लिए सभी को रास्ते हटाने के लिए दोस्त अनुज श्रीवास्तव के साथ योजना बनाई और आज घटना को अंजाम देया। पुलिस ने मृतक के बेटे आतिश केसरवानी को गिरफतार कर लिया है।
वारदात में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है।