कानपुर 4 मई । जहां सरकार और आमजन के प्रयासों से कोरोना महामारी को समाप्त करने के हम करीब पहुंच रहे थे,वहीं प्रदेश सरकार ने शराब के ठेकों को खुलवाकर कोरोना योद्धाओं और शहादत देने वालों को अपमानित करने का काम किया है ,उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में कोरोना मिटाओ शराब हटाओ अभियान के तहत एक ऑनलाइन स्वास्थ्य मीटिंग्स में अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कही । ज्योति बाबा ने कहा कि जहां प्रदेश की जनता ने संयम और धैर्य पिछले 45 दिनों से पान मसाला ,तंबाकू ,शराब इत्यादि ना सेवन कर दिखाया है
वहीं सरकार ने अपना संयम और धैर्य तोड़कर अपनी कूटनीतिक चालों का प्रदर्शन करते हुए लॉक डाउन में भी शराब के ठेके खोल दिए, आखिर शराब के ठेके खोलकर योगी सरकार आमजन में क्या संदेश देना चाहती है, कि टीवी पर रामायण, महाभारत और चाणक्य सीरियल सिर्फ देखो, लेकिन उनके उत्तम सार व सीख को जीवन में नहीं उतारना । क्योंकि आपकी जनहित की सरकार जो कहती है वह करती नहीं है ,ज्योति बाबा ने कहा कि सरकार के इस बद दिमागी निर्णय शराब के ठेके खोलने के विरोध में ज्योति बाबा 1 दिन का ऑनलाइन सामूहिक उपवास कर अविलंब प्रतिबंध लगाने की मांग करेंगे । क्योंकि गांव व शहर दोनों में सबसे ज्यादा हिंसा की शिकार महिलाएं बनना शुरू हो चुकी हैं ,इसीलिए समय पर अपना निर्णय बदल दें ,वरना आक्रोशित जनता सब कुछ बदल देगी । ऑनलाइन स्वास्थ्य मीटिंग में भाग लेने वाली प्रमुख संस्थाएं एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया, मानवाधिकार महासंघ ,दोस्त सेवा संस्थान ,आशा वेलफेयर सोसाइटी, गणेश लक्ष्मी मूर्ति विसर्जन सेवा संस्थान इत्यादि थी।
वहीं सरकार ने अपना संयम और धैर्य तोड़कर अपनी कूटनीतिक चालों का प्रदर्शन करते हुए लॉक डाउन में भी शराब के ठेके खोल दिए, आखिर शराब के ठेके खोलकर योगी सरकार आमजन में क्या संदेश देना चाहती है, कि टीवी पर रामायण, महाभारत और चाणक्य सीरियल सिर्फ देखो, लेकिन उनके उत्तम सार व सीख को जीवन में नहीं उतारना । क्योंकि आपकी जनहित की सरकार जो कहती है वह करती नहीं है ,ज्योति बाबा ने कहा कि सरकार के इस बद दिमागी निर्णय शराब के ठेके खोलने के विरोध में ज्योति बाबा 1 दिन का ऑनलाइन सामूहिक उपवास कर अविलंब प्रतिबंध लगाने की मांग करेंगे । क्योंकि गांव व शहर दोनों में सबसे ज्यादा हिंसा की शिकार महिलाएं बनना शुरू हो चुकी हैं ,इसीलिए समय पर अपना निर्णय बदल दें ,वरना आक्रोशित जनता सब कुछ बदल देगी । ऑनलाइन स्वास्थ्य मीटिंग में भाग लेने वाली प्रमुख संस्थाएं एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया, मानवाधिकार महासंघ ,दोस्त सेवा संस्थान ,आशा वेलफेयर सोसाइटी, गणेश लक्ष्मी मूर्ति विसर्जन सेवा संस्थान इत्यादि थी।