हरदोई:- शासन के निर्देश पर निलंबित हुए सण्डीला सीएचसी के अधीक्षक डॉ. शरद वैश्य के पक्ष में प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ ने एक ज्ञापन जारी कर डीएम पुलकित खरे को पद से हटाने की मांग की है। ऐसा न होने की स्थिति में कोविड19 ड्यूटी का बहिष्कार करने व सामूहिक इस्तीफा देने की भी बात कही है। इस ज्ञापन से जिले में हड़कंप मच गया है। हालांकि डॉ. शरद को न्यायालय के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में शासन के निर्देश पर निलंबित किया गया है।
दरअसल प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के अध्यक्ष डा. स्वामी दयाल के हस्ताक्षर से जारी ज्ञापन में सण्डीला सीएचसी के अधीक्षक डॉ. शरद वैश्य के निलंबन का ठीकरा जिलाधिकारी पुलकित खरे पर फोड़ा गया है। कहा गया है कि बीते 09 अक्टूबर 2019 को चिकित्सकों का विवाद जिलाधिकारी पुलकित खरे से हो गया था, जिससे वह इसे व्यक्तिगत मानहानि के रूप में लेते हुए डॉ. शरद के विरुद्ध जांच संस्थित करते हुए आरोपित किया, और निलंबन करा दिया।
इसलिए प्रकरण की जांच पूरी होने तक जिलाधिकारी पुलकित खरे को अपने पद से हटाया जाए, ऐसा न होने की स्थिति में सभी डॉक्टर्स 01 हफ्ते तक काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे, जबकि दूसरे सप्ताह से कोविड19 ड्यूटी का विरोध करेंगे व सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।
रिपोर्ट - उमाशंकर बाजपेयी
दरअसल प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के अध्यक्ष डा. स्वामी दयाल के हस्ताक्षर से जारी ज्ञापन में सण्डीला सीएचसी के अधीक्षक डॉ. शरद वैश्य के निलंबन का ठीकरा जिलाधिकारी पुलकित खरे पर फोड़ा गया है। कहा गया है कि बीते 09 अक्टूबर 2019 को चिकित्सकों का विवाद जिलाधिकारी पुलकित खरे से हो गया था, जिससे वह इसे व्यक्तिगत मानहानि के रूप में लेते हुए डॉ. शरद के विरुद्ध जांच संस्थित करते हुए आरोपित किया, और निलंबन करा दिया।
इसलिए प्रकरण की जांच पूरी होने तक जिलाधिकारी पुलकित खरे को अपने पद से हटाया जाए, ऐसा न होने की स्थिति में सभी डॉक्टर्स 01 हफ्ते तक काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे, जबकि दूसरे सप्ताह से कोविड19 ड्यूटी का विरोध करेंगे व सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।
रिपोर्ट - उमाशंकर बाजपेयी