ईद एक मानवतावादी विचारधारा का त्यौहार - डॉ जी पी मानव

सर्वप्रथम देश एवं दुनिया के समस्त मानवतावादी लोगों को मानव विकास संस्थान, उत्तर प्रदेश की ओर से ईद मुबारक स्वीकार हो।
ईद रमजान के  30 रोजों के बाद चांद देखकर ईद मनाई जाती है। ईद  का मतलब होता है, खुशी मनाना। इसे लोग ईद उल फितर भी कहते हैं। यह इस्लाम का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है। पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब ने बद्र के युद्ध में विजय प्राप्त की थी। उनकी विजय होने की खुशी में यह त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन मस्जिद में जा कर नमाज़  अदा की जाती है ।एक दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं। पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शिक्षाओं के बारे में धर्मोंपदेश किया जाता है और गरीबों को दान  दिया जाता है। हज़रत मोहम्मद साहब ने मानवतावादी विचारधारा की शिक्षा दी थी। उन्होंने बताया था कि सभी मानव एक समान हैं। एक ही  ईश्वर की संतान हैं।  और मजलूमों ,गुलामों, औरतों, बेसहारा और यतीमों को उनका हक दिलाना ही मानवता है। यही ईद के उपलक्ष्य में मुख्य मानवता का संदेश है।
जय भीम ,जय भारत ,जय संविधान।
              डॉ जी पी मानव

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