कौशांबी:- पूर्व मंत्री श्री छोटेलाल यादव जी की 10वीं पुण्यतिथि पर शत शत नमन कोरोना के चलते 17 अप्रैल को उनके निवास स्थान बाले का पुरवा सिराथू कौशांबी में पुण्यतिथि सभा का आयोजन होना था रद्द करना पड़ा कई जिले के लोगों को आना था क्योंकि वह एक क्रांतिकारी योद्धा थे सिराथू तब इलाहाबाद में था अपने जमाने में 3 दिन चक्का जाम कर रखा था रेलवे का ,तब बीबीसी रेडियो चला करता था बीबीसी रात दिन छोटेलाल जी की न्यूज़ देता था कि आज यहां कल वहां है ,1 महीने लगातार फरार होने के बाद फिर इलाहाबाद में अपनी गिरफ्तारी दी फिर 19 महीना जेल में बंद थे आपातकाल का समय था उनके घर की कुर्की हो गई थी पुलिस पीएसी का पहरा था जितने भी क्रांतिकारी थे देखते ही गोली मारने का आदेश था 19 महीन जेल से छूटने के बाद फिर एक चुनाव लड़े सिराथू से बरगद चुनाव चिन्ह था सोशलिस्ट पार्टी से ढाई सौ से हारे फिर धरना प्रदर्शन हुआ फिर जेल गए नैनी जेल से बाहर आने के बाद खागा विधानसभा से टिकट मिला, चुनाव जीतने के बाद सिंचाई मंत्री हुए उन्हें लोग पानी वाला मंत्री कहते थे वह हमेशा गरीब किसान मजदूर मजलूम के लिए लड़ते रहे ईमानदारी एक मिसाल है उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत जवाहरलाल नेहरू के भाषण से हुई सिराथू में प्रधानमंत्री काभाषण हो रहा था जवाहरलाल ने कहा किसान मेहनत नहीं करता छोटेलाल जी ने प्रधानमंत्री से कहा आप झूठ बोल रहे हैं उनको जेल में बंद कर दिया गया है एक दर्जन साथियों के साथ फिर उन्होंने क्रांति का अलख जगाया देश भर की विभिन्न जेलों में धरना प्रदर्शन में बंद रहते थे नैनी फतेहपुर लखनऊ इसके बाद एक बार उन्होंने दिल्ली का संसद में भी घेराव किया 3 दिन के लिए वहां भी बंद रखे गए एक राजनीतिक इतिहास था जिसे राजनीत कहा जाता है इनका बहुत बड़ा इतिहास है ऐसे वीर योद्धा को शत शत नमन