मिर्जापुरः- मिर्जापुर के विंध्याचल में शनिवार की रात लॉकडाउन के कारण गुटखा नहीं देने पर एक दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना अमरावती चौराहा पेट्रोल टंकी के पास रात 9:00 बजे हुई। घटना की जानकारी मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर मौके पर पहुंचे। वारदात ने पुलिस की सतर्कता की भी पोल खोलकर रख दी है। अपराधी लॉकडाउन की चौकसी के बीच ही असलहा लेकर घूम रहे थे और पुलिस बेखबर रही। अधिकारी आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से सुराग की कोशिश में जुटी है।
अमरावती चौराहा पेट्रोल टंकी के पास 60 वर्षीय राधेश्याम मौर्य की दुकान है। शनिवार की रात बाइक सवार तीन युवक दुकानदार के पास पहुंचे और गुटखा मांगने लगे। दुकानदार लॉकडाउन के कारण दुकान बंद होने की बात कहते हुए गुटखा देने से इनकार कर दिया। इस पर बाइक सवार एक युवक ने असलहा निकालकर दुकानदार को ताबड़तोड़ तीन गोलियां मार दीं। इससे पहले कि आसपास के लोग जुटते तीनों फरार हो गए।
परिवार वालों की सूचना पर 108 नंबर की एम्बुलेंस से तत्काल दुकानदार को अस्पताल के लिए भेजा गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। कुछ देर में ही पहुंचे एसपी सिटी प्रकाश स्वरूप पांडेय और थानाध्यक्ष वेद प्रकश राय ने परिजनों और अन्य लोगों से घटना के बारे में पूछताछ की। वायरलेस से सूचना प्रसारित कर बाइक सवारों को देखते ही पकड़ने के लिए बोला गया। लेकिन काफी देर बाद भी सफलता नहीं मिली थी।
अब देखने वाली बात होगी योगी सरकार में इस परिवार को न्याय मिलता है या नहीं
मुख्यमंत्री योगी जी जैसे आपने आटरा कांड में 6 ब्राह्मणों की जब हत्या हुई थी उनको न्याय दिया और उनके परिवार को 50 50 लाख रुपए दिए और हर परिवार को एक सरकारी नौकरी दी वैसे ही इस परिवार को दिया है वैसे ही जात पात भेदभाव नहीं होना चाहिए जैसे समझ आती कि घटना होती है तो तत्काल यहां पहुंचकर परिवार को घर आश्वासन दे और उनके परिवार को जीने के लिए मदद करें।
अमरावती चौराहा पेट्रोल टंकी के पास 60 वर्षीय राधेश्याम मौर्य की दुकान है। शनिवार की रात बाइक सवार तीन युवक दुकानदार के पास पहुंचे और गुटखा मांगने लगे। दुकानदार लॉकडाउन के कारण दुकान बंद होने की बात कहते हुए गुटखा देने से इनकार कर दिया। इस पर बाइक सवार एक युवक ने असलहा निकालकर दुकानदार को ताबड़तोड़ तीन गोलियां मार दीं। इससे पहले कि आसपास के लोग जुटते तीनों फरार हो गए।
परिवार वालों की सूचना पर 108 नंबर की एम्बुलेंस से तत्काल दुकानदार को अस्पताल के लिए भेजा गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। कुछ देर में ही पहुंचे एसपी सिटी प्रकाश स्वरूप पांडेय और थानाध्यक्ष वेद प्रकश राय ने परिजनों और अन्य लोगों से घटना के बारे में पूछताछ की। वायरलेस से सूचना प्रसारित कर बाइक सवारों को देखते ही पकड़ने के लिए बोला गया। लेकिन काफी देर बाद भी सफलता नहीं मिली थी।
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मुख्यमंत्री योगी जी जैसे आपने आटरा कांड में 6 ब्राह्मणों की जब हत्या हुई थी उनको न्याय दिया और उनके परिवार को 50 50 लाख रुपए दिए और हर परिवार को एक सरकारी नौकरी दी वैसे ही इस परिवार को दिया है वैसे ही जात पात भेदभाव नहीं होना चाहिए जैसे समझ आती कि घटना होती है तो तत्काल यहां पहुंचकर परिवार को घर आश्वासन दे और उनके परिवार को जीने के लिए मदद करें।