रिपोर्टर-- रितिक माली
_पिपलियामंडी_
जिले मे कोरोना मरीज मिले के बाद गाव गाव मे भी कोरोना का खौफ दिखने लगा है जिसमें एक तरफ प्रशासन व पुलिस लोगों को घर में रहने की समझाइश दे रही है और सख्ती भी बरत रही है, उसके बाद भी लोग सडक़ों पर निकल रहे हैं लेकिन मल्हारगढ़ के गांव गुडभेली मे एक मिसाल पेश की है। गांव के युवाओं ने एक टीम तैयार की है जिसमें दो दर्जन युवा टिम शामिल हैं। इन्होंने बांस बल्ली लगाकर ओर JCB मशीन कि मदद से गाँव के सारे रास्ते को बंद कर दिया है और उस पर बैनर भी लगाया है जिसमें लिखा है कि बाहरी व्यक्ति व रिश्तेदार का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित हैं।
गुडभेली गांव से चार पांच रास्ते ऐसे हैं जिनसे होकर कई गांव के लोग आते जाते हैं कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की दिशा में गांव के युवाओं ने पहल की है सर्व सम्मति से तय करके सभी रास्ते सील कर दिए हैं और किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं हैं गाँव के अलग अगल रास्ते हैं इन सभी रास्तों पर गांव के दो तीन युवा हर समय तैनात रहते है अगर कोई बाहरी व्यक्ति गांव में आता है तो लेकिन प्रवेश नहीं दिया जाता गांव के युवाओं का कहना हैं कि गांव के हर रास्ते को सील किया है और हर गली चौराहे पर युवाओं को तैनात किया है कोई भी व्यक्ति बाहर से आए, उसको अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा अगर कोई गांव का व्यक्ति बाहर से आता है तो सबसे पहले उसका चेकअप और फिर उसको घर में १४ दिन होम क्वारंटाइन रखा जा रहा है। जो भी पॉइंट बनाए हैं, उन पर बदल कर युवाओं की ड्यूटी लगाई जाती है। वहीं गांव में रह रहे लोग घर से नहीं निकल रहे और समय समय पर सेनीटाइज भी हो रहे हैं। गाँव गुडभेली के युवाओं ने प्रशासन के सामने नजीर पेश कर दिखा दिया कि इंसान चाहे तो अपनी व्यवस्थाएं स्वयं बना सकता है प्रशासन व पुलिस को मशक्कत करने की जरूरत नहीं
_पिपलियामंडी_
जिले मे कोरोना मरीज मिले के बाद गाव गाव मे भी कोरोना का खौफ दिखने लगा है जिसमें एक तरफ प्रशासन व पुलिस लोगों को घर में रहने की समझाइश दे रही है और सख्ती भी बरत रही है, उसके बाद भी लोग सडक़ों पर निकल रहे हैं लेकिन मल्हारगढ़ के गांव गुडभेली मे एक मिसाल पेश की है। गांव के युवाओं ने एक टीम तैयार की है जिसमें दो दर्जन युवा टिम शामिल हैं। इन्होंने बांस बल्ली लगाकर ओर JCB मशीन कि मदद से गाँव के सारे रास्ते को बंद कर दिया है और उस पर बैनर भी लगाया है जिसमें लिखा है कि बाहरी व्यक्ति व रिश्तेदार का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित हैं।
गुडभेली गांव से चार पांच रास्ते ऐसे हैं जिनसे होकर कई गांव के लोग आते जाते हैं कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की दिशा में गांव के युवाओं ने पहल की है सर्व सम्मति से तय करके सभी रास्ते सील कर दिए हैं और किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं हैं गाँव के अलग अगल रास्ते हैं इन सभी रास्तों पर गांव के दो तीन युवा हर समय तैनात रहते है अगर कोई बाहरी व्यक्ति गांव में आता है तो लेकिन प्रवेश नहीं दिया जाता गांव के युवाओं का कहना हैं कि गांव के हर रास्ते को सील किया है और हर गली चौराहे पर युवाओं को तैनात किया है कोई भी व्यक्ति बाहर से आए, उसको अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा अगर कोई गांव का व्यक्ति बाहर से आता है तो सबसे पहले उसका चेकअप और फिर उसको घर में १४ दिन होम क्वारंटाइन रखा जा रहा है। जो भी पॉइंट बनाए हैं, उन पर बदल कर युवाओं की ड्यूटी लगाई जाती है। वहीं गांव में रह रहे लोग घर से नहीं निकल रहे और समय समय पर सेनीटाइज भी हो रहे हैं। गाँव गुडभेली के युवाओं ने प्रशासन के सामने नजीर पेश कर दिखा दिया कि इंसान चाहे तो अपनी व्यवस्थाएं स्वयं बना सकता है प्रशासन व पुलिस को मशक्कत करने की जरूरत नहीं