ग्राम गढी में कुछ इस तरह गांव की गलियों की हालत |
हरदोई।ब्यूरो_
सरकार भले ही योजनाओं का लाभ जन जन तक पहुंचाने के तमाम वायदे कर रही हो । ताकि गरीब पात्रों को सीधा उसका लाभ मिलता रहे। एेसा ही एक मामला यहां टडियावां ब्लाॅक की एक ग्राम सभा का प्रकाश में आया है। जहां पर गरीबों की बजाय करीबियों को सरकारी योजनाओं की सौगात वितरित की जा रही है।
बताते चलें कि यहां टडियावां ब्लाॅक की ग्राम पंचायत गढी में सरकार की योजनाओं को जिम्मेदार गरीबी की बजाय करीबियों की बीच बांट रहे है। उन्हे पात्रों से कोई वास्ता नही है। इतना ही नही लोगों की मानें तो यहां स्वच्छता मिशन के जरिए बनवाए गये शौचालय भी मानक विहीन सामग्री से निर्मित कराए गये है। ग्रामीण बताते है कि यहां ग्राम प्रधान व उनके प्रतिनिधियों द्वारा सरकार से मिलने वाली योजनाओं के एवज में सौदेबाजी की जाती है। लोग कहते है शायद यही वजह है कि ग्राम प्रधान को नजराना न दे पाने के चलते उन्हे योजनाओं से वंचित होना पड रहा है । ग्रामीणों की मानें तो यहां सालों पहले गांव की गलियों से ईंटे तक गायब हो चुकी है। मजेदार बात तो यह है कि यहां खण्ड विकास अधिकारी ने दयनीय दशा को खुद स्वीकार करते हुए नाराजगी जताई है। बहरहाल यह तो एक बानगी मात्र है एेसे ही यहां की अधिकांश नाली, खडजों की दयनीय दशा किसी से छिपी नही है। सफाई कर्मचारी भी ग्राम प्रधान के इशारे पर काम कर रहे है।
ग्राम प्रधान व सैक्रेटरी ही तय करते पात्रता
टडियावां ग्रामीणों की मानें तो यहां सरकार की योजनाओं को मुहैया कराने के लिए ग्राम प्रधान के बैठकर तैनात सैक्रेटरी आपसी सहमति पर करीबियों को पात्र लाभार्भी तय कर देते है। जिससे गरीबों को लाभ नही मिल पा रहा है।
बोले जिम्मेदार
टडियावां/ खण्ड विकास अधिकारी संध्यारानी कहती है। उन्हे विकास कार्यों में खिलवाड होने की शिकायत मिली थी। जांच में सत्यता पाई गयी है। कहा कि काम में लापरवाही व खेल करने वालों कतई बख्शा नही जाएगा ।
रिपोर्ट-- उत्तम अवस्थी (गौरेश)