जे एन शुक्ला के साथ शादाब अली की रिपोर्ट
उन्नाव जिले के तकिया चौराहे के चारों ओर कहीं तो फुटपाथ तो कहीं अतिक्रमण धारियों का कब्जा लेकिन कई बार आदेश होने के बावजूद भी अब तक अतिक्रमण धारियों से कब्जा मुक्त कराने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम जिसकी वजह से तकिया चौराहे पर हर रोज जाम की स्थिति के साथ-साथ कई बड़ी दुर्घटनाएं भी होती रहती है।
उन्नाव जिले कई सड़कों पर चला आ रहा खूनी खेल कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रोज सड़कों पर कोई न कोई हादसे का शिकार होकर अपनी जान गंवा रहा है। इसी वर्ष अब तक 30 लोग सड़क हादसे में मारे गए और 40 घायल हुए हैं। इससे साफ है कि सड़क हादसे हर दो दिन में एक जान ले रहे हैं।
उन्नाव में सड़क हादसों की स्थिति बेहद चिंताजनक है। आंकड़ों में इसकी भयावह तस्वीर साफ नजर आती है। सड़क हादसे जहां ओवर स्पीड, यातायात नियमों का उल्लघंन करने और रैश ड्राइविंग आदि से होते हैं। इससे इतर यह भी सच्चाई है की सड़कें भी लोगों का जीवन लील रही है।
सड़कों को अनियोजित तरीके से खोदने के कारण उन पर बने गड्ढे और जर्जर सड़कें भी इसका कारण बन रही है। पिछले साल और हाल में हुए कई सड़क कई हादसे ऐसे हैं कि जो चालक की लापरवाही नहीं बल्कि सड़कों पर बने गड्ढों के कारण हुए हैं। आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष से लेकर अब तक में कुल 50 सड़क हादसे हो चुके हैं। इसमें 30 लोगों की जान गई और 40 घायल हुए।