नौनिहालों का निकालना दुर्लभ,दो दिन से नही बन सका भोजन
बारिश होते ही खुली कायाकल्प योजना की पोल
भेलसर(अयोध्या)विकास खंड रुदौली के ग्राम कुतुब्जमा पुर से जहाँ गुरुवार को बारिश होते ही विद्यालय परिसर के अंदर जगह जगह जलभराव हो गया तथा नौनिहालों का निकालना,उठना,बैठना सब दुर्लभ सा हो गया।यही नहीं विद्यालय में जगह जगह कूड़े का ढेर व शौचालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ है विद्यालय पिछले एक साल से बाउंड्रीवाल करवाकर गेट वैसे ही बिना पटाई किये हुए बांस बल्ली लगा पड़ा हुआ है।गेट में फंसकर कई नौनिहाल पिछ्ले दिनो चोटहिल भी हो चुके है।विद्यालय परिसर के अंदर हमेशा से हैंडपंप के पास चारो ओर जल भराव है जिससे जल भी दूषित होने की आशंका है व उसी जल से नौनिहालों का भोजन भी रसोइयाँ बनाती है।प्रभारी प्रधानाध्यापक दीपक कुमार सिंह की मानें तो सफाई कर्मी पिछ्ले दो वर्षों से विद्यालय परिसर में आया ही नही।ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से उसकी नौकरी चल रही है स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक के बार बार ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी से कहने पर भी सफाई कर्मी नहीं आता है न ही विद्यालय का पूर्ण रूप से दुरुस्ती करण हो रहा है दीवारें दरकी हुई है।नौनिहाल उसी में पढ़ने को विवश है।ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि उनकी अयोध्या में ड्यूटी लगी हुई है व जल्द ही कार्य पूर्ण करायेंगे अब इस दशा में कोई भी नौनिहालों के साथ घटना घट गई तब आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा व कैसे होगा कचरा मुक्त प्रा० विद्यालय कुतुबजमा पुर जहां एक और योगी सरकार अच्छी शिक्षा,नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण व अच्छा भोजन व अच्छे विद्यालय के लिए मॉडल स्कूल बनाने का सपना देख रही है।वहीँ इस विद्यालय की पूर्ण दुर्दशा है नौनिहाल गंदगी में ही भोजन करते हैं तथा उसी गंदगी में पैर रखकर अपने कक्ष में आते जाते हैं व पठन-पाठन का कार्य करने को विवश हैं।पिछ्ले दो दिन से पानी अधिक दूषित होने की आशंका से भोजन भी नहीं बन सका। जिसकी शिकायत प्रभारी प्रधानाध्यापक दीपक कुमार सिंह ने लिखित रूप से खंड शिक्षा अधिकारी,खंड विकास अधिकारी,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से भी की है।प्रभारी प्रधानाध्यापक का कहना है जब तक जल निकासी व शुद्ध पेयजल की पूर्ण व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक हम अपने बच्चों के लिए इस दूषित जल से भोजन नहीं बनवाऊंगा।नही तो कल को बच्चों के साथ कोई भी घटना घट जाती है या कोई बच्चा बीमार हो जाता है तो इसका जिम्मेदार आखिर कौन होगा।इस दशा में आज विद्यालय परिसर में पूर्ण रूप से जलभराव की स्थिति है आने जाने के लिए कोई भी उचित रास्ता नहीं है।ऊपर से बाहर कई ट्रॉलीयाँ मिट्टी भी गिरा दी गई हैं जिससे रास्ता पूर्ण रूप से बाधित हो गया है।
अब्दुल जब्बार एड्वोकेट व् नितेश सिंह की रिपोर्ट
बारिश होते ही खुली कायाकल्प योजना की पोल
भेलसर(अयोध्या)विकास खंड रुदौली के ग्राम कुतुब्जमा पुर से जहाँ गुरुवार को बारिश होते ही विद्यालय परिसर के अंदर जगह जगह जलभराव हो गया तथा नौनिहालों का निकालना,उठना,बैठना सब दुर्लभ सा हो गया।यही नहीं विद्यालय में जगह जगह कूड़े का ढेर व शौचालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ है विद्यालय पिछले एक साल से बाउंड्रीवाल करवाकर गेट वैसे ही बिना पटाई किये हुए बांस बल्ली लगा पड़ा हुआ है।गेट में फंसकर कई नौनिहाल पिछ्ले दिनो चोटहिल भी हो चुके है।विद्यालय परिसर के अंदर हमेशा से हैंडपंप के पास चारो ओर जल भराव है जिससे जल भी दूषित होने की आशंका है व उसी जल से नौनिहालों का भोजन भी रसोइयाँ बनाती है।प्रभारी प्रधानाध्यापक दीपक कुमार सिंह की मानें तो सफाई कर्मी पिछ्ले दो वर्षों से विद्यालय परिसर में आया ही नही।ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से उसकी नौकरी चल रही है स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक के बार बार ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी से कहने पर भी सफाई कर्मी नहीं आता है न ही विद्यालय का पूर्ण रूप से दुरुस्ती करण हो रहा है दीवारें दरकी हुई है।नौनिहाल उसी में पढ़ने को विवश है।ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि उनकी अयोध्या में ड्यूटी लगी हुई है व जल्द ही कार्य पूर्ण करायेंगे अब इस दशा में कोई भी नौनिहालों के साथ घटना घट गई तब आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा व कैसे होगा कचरा मुक्त प्रा० विद्यालय कुतुबजमा पुर जहां एक और योगी सरकार अच्छी शिक्षा,नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण व अच्छा भोजन व अच्छे विद्यालय के लिए मॉडल स्कूल बनाने का सपना देख रही है।वहीँ इस विद्यालय की पूर्ण दुर्दशा है नौनिहाल गंदगी में ही भोजन करते हैं तथा उसी गंदगी में पैर रखकर अपने कक्ष में आते जाते हैं व पठन-पाठन का कार्य करने को विवश हैं।पिछ्ले दो दिन से पानी अधिक दूषित होने की आशंका से भोजन भी नहीं बन सका। जिसकी शिकायत प्रभारी प्रधानाध्यापक दीपक कुमार सिंह ने लिखित रूप से खंड शिक्षा अधिकारी,खंड विकास अधिकारी,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से भी की है।प्रभारी प्रधानाध्यापक का कहना है जब तक जल निकासी व शुद्ध पेयजल की पूर्ण व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक हम अपने बच्चों के लिए इस दूषित जल से भोजन नहीं बनवाऊंगा।नही तो कल को बच्चों के साथ कोई भी घटना घट जाती है या कोई बच्चा बीमार हो जाता है तो इसका जिम्मेदार आखिर कौन होगा।इस दशा में आज विद्यालय परिसर में पूर्ण रूप से जलभराव की स्थिति है आने जाने के लिए कोई भी उचित रास्ता नहीं है।ऊपर से बाहर कई ट्रॉलीयाँ मिट्टी भी गिरा दी गई हैं जिससे रास्ता पूर्ण रूप से बाधित हो गया है।
अब्दुल जब्बार एड्वोकेट व् नितेश सिंह की रिपोर्ट