इमरजेंसी सेवा यूपी-112 की गाड़ियां अब ड्रोन से लैस होंगी। प्रयोग के तौर पर पहले इसे एक या दो गाड़ियों पर रखा जाएगा। प्रयोग सफल रहा तो हर जिले में संवेदनशील स्थलों पर तैनात पीआरवी पर ड्रोन उपलब्ध किया जाएगा।
पिछले दिनों ड्रोन बनाने वाली एक कंपनी ने एडीजी असीम अरुण से यूपी पुलिस के रिसर्च एंड डवलपमेंट प्रोग्राम के तहत ड्रोन उपलब्ध कराने की पेशकश की थी। एडीजी ने बताया कि फिलहाल प्रयोग के तौर पर इसे शुरू किया जा रहा है।
इसका इस्तेमाल कानून व्यवस्था की स्थिति के समय या भीड़ वाले कार्यक्रम पर नजर रखने के लिए किया जा सकता है। कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि अब ऐसे ड्रोन विकसित किए गए हैं, जो एक किमी के दायरे में न सिर्फ दुश्मन के ड्रोन की पहचान कर सकते हैं, बल्कि उन्हें निष्क्रिय करने की भी क्षमता रखते हैं। इस ड्रोन में दुश्मन के ड्रोन पर जाल फेंककर उसे फंसाने की भी क्षमता है।
पिछले दिनों ड्रोन बनाने वाली एक कंपनी ने एडीजी असीम अरुण से यूपी पुलिस के रिसर्च एंड डवलपमेंट प्रोग्राम के तहत ड्रोन उपलब्ध कराने की पेशकश की थी। एडीजी ने बताया कि फिलहाल प्रयोग के तौर पर इसे शुरू किया जा रहा है।
इसका इस्तेमाल कानून व्यवस्था की स्थिति के समय या भीड़ वाले कार्यक्रम पर नजर रखने के लिए किया जा सकता है। कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि अब ऐसे ड्रोन विकसित किए गए हैं, जो एक किमी के दायरे में न सिर्फ दुश्मन के ड्रोन की पहचान कर सकते हैं, बल्कि उन्हें निष्क्रिय करने की भी क्षमता रखते हैं। इस ड्रोन में दुश्मन के ड्रोन पर जाल फेंककर उसे फंसाने की भी क्षमता है।