बार काउंसिल आफ यूपी के चेयरमैन ने निष्कासन को बताया नियम
विरुद्ध, सतीश शुक्ला फिर होंगे अध्यक्ष पद के दावेदार
उन्नाव । अधिवक्ता मुकेष यादव के सम्मान के लिए पुलिस कार्यालय में किए गए
धरने को लेकर बार एसोसिएषन से निष्कासित किए गए पूर्व बार अध्यक्ष सतीष
शुक्ला के निष्कासन को माडल बायलाज के आधार पर नियम विरुद्ध मानते हुए
बार काउंसिल आफ यूपी के चेयरमैन हरिषंकर सिंह ने निष्कासन स्थगित कर दिया
उन्होंने बार एसोसिएषन अध्यक्ष दीपनारायण त्रिवेदी महामंत्री बृजेंद्र
मोहन बाजपेयी समेत समस्त कार्यकारिणी को निष्कासन सम्बन्धी कागजात लेकर 1
मार्च को प्रदेष कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देष दिए हैं सतीष
षुक्ला का निष्कासन स्थगित होने से साथी अधिवक्ताओं हिमांषू त्रिवेदी,
स्वदेष षुक्ला, धरमंगल सिंह, सुधीर कुमार विमल, विपिन तिवारी, आकाष
कष्यप, आदित्य कुमार त्रिपाठी, वासू पटेल, आषीष दीक्षित, षुभम बाजपेयी व
अन्य ने हर्ष जताया 6 बार अध्यक्ष रह चुके सतीष षुक्ला ने बताया कि वह
किसी तरह का विवाद नहीं चाहते हैं लेकिन अधिवक्ता सम्मान के लिए लडना वह
हमेषा जारी रखेंगे निष्कासन जैसी कार्यवाहियों से वह नहीं डरेंगे।
उन्होंने बताया कि अध्यक्ष दीपनारायण त्रिवेदी उनके बचपन के साथी हैं। कुछ स्वार्थी तत्वों ने राजनीतिक द्वेष के तहत सोषल मीडिया व अन्य माध्यम से मतभेद उत्पन्न करने की कोशिश की लेकिन यह बेहतर है कि अधिवक्ता एकता अखण्ड बनी रहे। उन्होंने आगामी बार चुनावों में अध्यक्ष पद की दावेदारी कीत तरफभी इशारा किया।