पूर्व की भांति आज भारतीय किसान युनियन टिकैत गुट की मासिक प॓चायत निराला प्रेक्षा ग्रह उन्नाव में डाॅ0 अंसार सिद्दीकी, की अध्यक्षता में संपन्न हुई ।
पंचायत के दौरान डॉ0 अंसार सिद्दीकी,( वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष भाकियू टिकैत , ) ने अपने संबोधन में कहा कि जहाँ सरकार एक तरफ जनहित में बजट तो जारी कर रही है, वहीँ दूसरी ओर उन्ही के अधिकारी, कर्मचारियों के द्वारा जंता के हक पर खुला डाका डाला जा रहा है । जंता द्वारा शिकायतें करने कोई भी कोई न्याय नहीँ मिल पा रहा है , जिससे आम जनता व गरीब किसानों की नजर में सरकार की छवि धूमिल हो रही है । यदि सरकार को सच्चाई का सुबूत लेना हो तो उदाहरण के तौर पर कुछ कामों की जाँच कराकर देख लें ! जैसे ब्लाक फतेहपुर 84 की ग्राम पंचायत , पतौली, सैंता , खेवरई , पट्टी उस्मान, कुड़ीना , पुरवा आदि के विकास की धरातलीय जाँच कराए जाने पर घोटाला ही घोटाला जैसे बोतल का जिन्न बाहर आता नजर आएगा ।
किसान पंचायत में निम्न बिन्दुओं पर विचार किया गया जो निम्न हैं ।
1* किसानों की मासिक पेंशन 5 हजार प्रति माह लागू की जाए ।2* किसानों द्वारा बैंको से के सी सी पर लिये गये कर्ज जल्द से जल्द माफ किया जाए ।
3* महिला जिला अस्पताल उन्नाव में डाॅ0 संजू अग्रवाल तथा डाॅ0 गीता आदि के द्वारा अस्पताल में दलालों के जरिये पैसा वसूल किया जाता है, तथा सेटिंग, गेटिंग के चलते प्राईवेट नर्सिग होमो में भेजकर मोटी रकम प्राप्त की जाती है ।
4 * तहसील सफीपुर के ग्राम पतौली की गाटा सं0 =542,525 के शिकायती पत्रों पर डीएम साहब ने अनेकों आदेश किये किन्तु चकबंदी सीओ व एसीओ आदि ने आदेशों को हवा में उड़ते हुआ, डी एम साहब को भी ठेंगा दिखा दिया ।
जबकि ग्राम प्रधान 542, 525 में जिसे आरोपित कर रहा था ,वह स्वयं न्याय की गुहार लगा रहा है तो फिर राजस्व व चकबंदी विभाग न्याय देने में पीछे क्यों रहा है ,, क्यो कि उसमें प्रधान पति ने अवैध कब्जे धारकों से मोटी रकम ले रखी है , जो खुद ही फंसते नजर आ रहे हैं, इसलिए सही पैमाइश करने में विभागीय मशीनरी टाल ,मटोल कर रही है ।
5'* छुट्टा पशुओं से किसानों को निजात दिलाई जाए ।
6* तहसील सफीपुर के अंतर्गत तकिया चौराहे का अतिक्रमण तत्काल हटवाकर यातायात को बाधा व यात्रियों को तत्काल भय मुक्त किया जाए ।
7* ग्राम पतौली के मोहन लाल व नउवन खेड़ा के राजकिशोर पुत्र स्वर्गीय तुलसीराम को आवास व शौचालय का लाभ तत्काल दिया जाए तथा ग्राम पंचायत सैता, पतौली के विकास कार्य की जाँच जिला टीम द्वारा कराई जाए ।
8* आवास योजना की धनराशि शहरी , कस्बा, ग्रामीणों को एक समान दी जाये । आवास धारकों को 3 लाख का प्रस्ताव लागू किया जाए ।
9* किसानों के पूर्व से बकाया बिजली बिलों को माफ किया जाए।
10 * गौशालाओ सेच रात में पशु छोड़कर किसानों की फसलों का नुकसान कराया जा रहा है जाँच कर कार्यवाही की जाए।
11* सी एम ओ आफिस में जो बाबू दर्जनो साल से जमे हैं उनका ट्रांसफर किया जाए ।
उक्त बिन्दुओं का ज्ञापन एक्सट्रा मजिस्ट्रेट नंनहकू प्रसाद जी को सौंपा गया , उनहोंने कार्यवाई कराए जाने का आश्वासन दिया ।
किसान पंचायत में अंसार सिद्दीकी,वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष व राजकिशोर वर्मा,जिला प्रभारी, रमेश, रामकिशोर, बलराम शरीफ ,सुभाष सिंह,रामनरेश चक्र व्रती एडवोकेट , किरन चौहान,राजपूत सिंह,मुन्नी रावत , श्री केशन , छुन्नी देवी ,सावित्री,बरकत अली, केशाना ,मनोहर लाल , जैगम नकवी , आदि सैकड़ों किसान कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
उन्नाव से जैगम नकवी के साथ अंसार सिद्दीकी की रिपोर्ट
पंचायत के दौरान डॉ0 अंसार सिद्दीकी,( वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष भाकियू टिकैत , ) ने अपने संबोधन में कहा कि जहाँ सरकार एक तरफ जनहित में बजट तो जारी कर रही है, वहीँ दूसरी ओर उन्ही के अधिकारी, कर्मचारियों के द्वारा जंता के हक पर खुला डाका डाला जा रहा है । जंता द्वारा शिकायतें करने कोई भी कोई न्याय नहीँ मिल पा रहा है , जिससे आम जनता व गरीब किसानों की नजर में सरकार की छवि धूमिल हो रही है । यदि सरकार को सच्चाई का सुबूत लेना हो तो उदाहरण के तौर पर कुछ कामों की जाँच कराकर देख लें ! जैसे ब्लाक फतेहपुर 84 की ग्राम पंचायत , पतौली, सैंता , खेवरई , पट्टी उस्मान, कुड़ीना , पुरवा आदि के विकास की धरातलीय जाँच कराए जाने पर घोटाला ही घोटाला जैसे बोतल का जिन्न बाहर आता नजर आएगा ।
किसान पंचायत में निम्न बिन्दुओं पर विचार किया गया जो निम्न हैं ।
1* किसानों की मासिक पेंशन 5 हजार प्रति माह लागू की जाए ।2* किसानों द्वारा बैंको से के सी सी पर लिये गये कर्ज जल्द से जल्द माफ किया जाए ।
3* महिला जिला अस्पताल उन्नाव में डाॅ0 संजू अग्रवाल तथा डाॅ0 गीता आदि के द्वारा अस्पताल में दलालों के जरिये पैसा वसूल किया जाता है, तथा सेटिंग, गेटिंग के चलते प्राईवेट नर्सिग होमो में भेजकर मोटी रकम प्राप्त की जाती है ।
4 * तहसील सफीपुर के ग्राम पतौली की गाटा सं0 =542,525 के शिकायती पत्रों पर डीएम साहब ने अनेकों आदेश किये किन्तु चकबंदी सीओ व एसीओ आदि ने आदेशों को हवा में उड़ते हुआ, डी एम साहब को भी ठेंगा दिखा दिया ।
जबकि ग्राम प्रधान 542, 525 में जिसे आरोपित कर रहा था ,वह स्वयं न्याय की गुहार लगा रहा है तो फिर राजस्व व चकबंदी विभाग न्याय देने में पीछे क्यों रहा है ,, क्यो कि उसमें प्रधान पति ने अवैध कब्जे धारकों से मोटी रकम ले रखी है , जो खुद ही फंसते नजर आ रहे हैं, इसलिए सही पैमाइश करने में विभागीय मशीनरी टाल ,मटोल कर रही है ।
5'* छुट्टा पशुओं से किसानों को निजात दिलाई जाए ।
6* तहसील सफीपुर के अंतर्गत तकिया चौराहे का अतिक्रमण तत्काल हटवाकर यातायात को बाधा व यात्रियों को तत्काल भय मुक्त किया जाए ।
7* ग्राम पतौली के मोहन लाल व नउवन खेड़ा के राजकिशोर पुत्र स्वर्गीय तुलसीराम को आवास व शौचालय का लाभ तत्काल दिया जाए तथा ग्राम पंचायत सैता, पतौली के विकास कार्य की जाँच जिला टीम द्वारा कराई जाए ।
8* आवास योजना की धनराशि शहरी , कस्बा, ग्रामीणों को एक समान दी जाये । आवास धारकों को 3 लाख का प्रस्ताव लागू किया जाए ।
9* किसानों के पूर्व से बकाया बिजली बिलों को माफ किया जाए।
10 * गौशालाओ सेच रात में पशु छोड़कर किसानों की फसलों का नुकसान कराया जा रहा है जाँच कर कार्यवाही की जाए।
11* सी एम ओ आफिस में जो बाबू दर्जनो साल से जमे हैं उनका ट्रांसफर किया जाए ।
उक्त बिन्दुओं का ज्ञापन एक्सट्रा मजिस्ट्रेट नंनहकू प्रसाद जी को सौंपा गया , उनहोंने कार्यवाई कराए जाने का आश्वासन दिया ।
किसान पंचायत में अंसार सिद्दीकी,वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष व राजकिशोर वर्मा,जिला प्रभारी, रमेश, रामकिशोर, बलराम शरीफ ,सुभाष सिंह,रामनरेश चक्र व्रती एडवोकेट , किरन चौहान,राजपूत सिंह,मुन्नी रावत , श्री केशन , छुन्नी देवी ,सावित्री,बरकत अली, केशाना ,मनोहर लाल , जैगम नकवी , आदि सैकड़ों किसान कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
उन्नाव से जैगम नकवी के साथ अंसार सिद्दीकी की रिपोर्ट