आज दिनांक 23 फरवरी 2020 दिन रविवार को एस आर जे ज्ञानभूमि फाउंडेशन के तत्वावधान में दीक्षाभूमि बिहार धौराहरा करमा सोनभद्र में सुमंत सिंह मौर्य की अध्यक्षता में धर्म परिषद सम्मेलन का आयोजन किया गया ।
जिसमें विश्वशांति में भगवान बुद्ध के धम्म की प्रासंगिकता विषय पर चर्चा की गई ।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि माननीया सुषमा मौर्या जी राष्ट्रीय महासचिव जन अधिकार पार्टी ने कहा कि यदि विश्व में शांति कायम करना है तो भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चलना होगा ।
इसके अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है । दुनिया में जिस देश के लोग बद्ध के बताए हुए सिद्धांतों पर चलने का काम कर रहे हैं उन देशों में हत्या , लूट , डकैती , असमानता , अमीरी - गरीबी न के बराबर है । भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चलकर जब सम्राट अशोक ने बृहत्तर भारत पर शासन किया था , उसी शासन काल को स्वर्ण युग कहा गया । सम्राट अशोक के शासनकाल में किसी के घरों में ताले नहीं लगते थे । यदि देश को पुनः सोने की चिड़िया एवं भारत को विश्वगुरु बनाना है तो देशवासियों को भगवान बुद्ध के सिद्धांतों को अपनाते हुए उनके बताए मार्ग पर चलना होगा ।
मुख्य वक्ता सत्यजीत मौर्य ( महाराष्ट्र )ने कहा कि आज देश में अंधविश्वास आडंबर चरम सीमा पर कायम है । अंधविश्वास आडंबर देश व समाज के विकास में बाधक है , यदि हमें देश को तरक्की के रास्ते पर ले आना है तो अंधविश्वास आडंबर का परित्याग करना होगा । दुनिया का जो देश तरक्की के रास्ते पर है उन देशों में अंधविश्वास आडंबर का कोई महत्व नहीं है ।
कार्यक्रम आयोजक रानी अरुण सिंह ने सम्मेलन में आए हुए लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि , यदि भारत की पहचान पूरी दुनिया में कायम है तो भगवान बुद्ध की वजह से , ऐसी दशा में देश - प्रदेश की सरकारों को भगवान बुद्ध की विचारधारा को बढ़ाने के लिए आगे आना चाहिए ।
सम्मेलन को विशिष्ट अतिथि के रूप में जन अधिकार पार्टी के मण्डल अध्यक्ष डॉ0 भागीरथी सिंह मौर्य , जिलाध्यक्ष आदित्य मौर्य , जिला कोषाध्यक्ष मंगल प्रसाद मौर्य , एड0 किशोरी सिंह , राम नारायण प्रजापति , श्याम बिहारी यादव , दंगल यादव , अनिल मौर्य , दिनेश वर्मा , दयाशंकर निषाद ,ने संबोधित किया ।
सम्मेलन में सर्वेश कुशवाहा , समृद्धि कुशवाहा , डॉ0 कंचन सिंह , डॉ0 नीलम सिंह , डॉ0 बी0 के0 सिंह , संजय सिंह , मो0 फारुख , महेंद्र मौर्य , बिभूति सिंह , अवनीश सिंह , अयोध्या सिंह , राजेश मौर्य , सभापति सिंह ,लक्ष्मण सिंह , डॉ0 चन्द्र शेखर , चन्द्र शेखर आजाद , श्रीपति विश्वकर्मा , बिनोद कुमार सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे रानी अरुण सिंह ।
संचालन शाक्य अरुण सिंह ने किया ।
जिसमें विश्वशांति में भगवान बुद्ध के धम्म की प्रासंगिकता विषय पर चर्चा की गई ।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि माननीया सुषमा मौर्या जी राष्ट्रीय महासचिव जन अधिकार पार्टी ने कहा कि यदि विश्व में शांति कायम करना है तो भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चलना होगा ।
इसके अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है । दुनिया में जिस देश के लोग बद्ध के बताए हुए सिद्धांतों पर चलने का काम कर रहे हैं उन देशों में हत्या , लूट , डकैती , असमानता , अमीरी - गरीबी न के बराबर है । भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चलकर जब सम्राट अशोक ने बृहत्तर भारत पर शासन किया था , उसी शासन काल को स्वर्ण युग कहा गया । सम्राट अशोक के शासनकाल में किसी के घरों में ताले नहीं लगते थे । यदि देश को पुनः सोने की चिड़िया एवं भारत को विश्वगुरु बनाना है तो देशवासियों को भगवान बुद्ध के सिद्धांतों को अपनाते हुए उनके बताए मार्ग पर चलना होगा ।
मुख्य वक्ता सत्यजीत मौर्य ( महाराष्ट्र )ने कहा कि आज देश में अंधविश्वास आडंबर चरम सीमा पर कायम है । अंधविश्वास आडंबर देश व समाज के विकास में बाधक है , यदि हमें देश को तरक्की के रास्ते पर ले आना है तो अंधविश्वास आडंबर का परित्याग करना होगा । दुनिया का जो देश तरक्की के रास्ते पर है उन देशों में अंधविश्वास आडंबर का कोई महत्व नहीं है ।
कार्यक्रम आयोजक रानी अरुण सिंह ने सम्मेलन में आए हुए लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि , यदि भारत की पहचान पूरी दुनिया में कायम है तो भगवान बुद्ध की वजह से , ऐसी दशा में देश - प्रदेश की सरकारों को भगवान बुद्ध की विचारधारा को बढ़ाने के लिए आगे आना चाहिए ।
सम्मेलन को विशिष्ट अतिथि के रूप में जन अधिकार पार्टी के मण्डल अध्यक्ष डॉ0 भागीरथी सिंह मौर्य , जिलाध्यक्ष आदित्य मौर्य , जिला कोषाध्यक्ष मंगल प्रसाद मौर्य , एड0 किशोरी सिंह , राम नारायण प्रजापति , श्याम बिहारी यादव , दंगल यादव , अनिल मौर्य , दिनेश वर्मा , दयाशंकर निषाद ,ने संबोधित किया ।
सम्मेलन में सर्वेश कुशवाहा , समृद्धि कुशवाहा , डॉ0 कंचन सिंह , डॉ0 नीलम सिंह , डॉ0 बी0 के0 सिंह , संजय सिंह , मो0 फारुख , महेंद्र मौर्य , बिभूति सिंह , अवनीश सिंह , अयोध्या सिंह , राजेश मौर्य , सभापति सिंह ,लक्ष्मण सिंह , डॉ0 चन्द्र शेखर , चन्द्र शेखर आजाद , श्रीपति विश्वकर्मा , बिनोद कुमार सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे रानी अरुण सिंह ।
संचालन शाक्य अरुण सिंह ने किया ।