मल्हारगढ़ थाना क्षेत्र में फर्जपरस्ती का दूसरा नाम है दिलीप राजौरिया

मल्हारगढ़ । पुलिस अगर चुस्त और मुस्तैद है तो गुनाह और गुनाहगार सर नहीं उठा सकते। यह साबित अक्षरश: साबित हुई है मल्हारगढ़ थाना क्षेत्र में जो कभी गुनाहों का गढ़ कहा जाता था । लेकिन अब यहाँ अपराधों का ग्राफ नीचे आ चुका है । चोरी, लूट, डकैती, हफ्ता वसूली, फिरौती जैसे गुनाहों पर लगाम लगी है । यह सब मुमकिन हुआ है उपनिरीक्षक श्री दिलीप राजौरिया जैसे काबिल पुलिस स्टाफ की बदौलत जिन्होंने फर्ज को हमेशा खुद की जान से भी बढ़कर समझा और निभाया । जिसके चलते उन्हें दोबारा क्षेत्र में पदस्थ किया गया ।
अपनी काबिलियत और फर्जपरस्ती के चलते जिले के कई काबिल पुलिस अफसरों के साथ ही श्री राजौरिया भी रविवार को संजय गाँधी उद्यान में सम्मान से नवाजे गए।
श्री राजौरिया की कार्यप्रणाली सामुदायिक पुलिसिंग की दिशा में एक ऐसा सच्चा उदाहरण है जो नागरिकों को अपने कत्र्तव्यों के प्रति जागरूक बनाकर ना केवल गुनाहों पर लगाम लगा रही है बल्कि गुनाहगारों को गुनाहों से तौबा कर एक सभ्य नागरिक का जीवन जीने के लिए भी प्रेरित कर रही है ।

रिपोर्टर--रितिक माली

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