कन्नौज यूपी
जनपद में महिलाओं की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए मकरंद नगर स्थित विनोद दीक्षित अस्पताल में वन स्टॉप सेंटर बनाया गया
लेकिन वह भी बदहाली के आंसू रो रहा है आपको बता दें कि वन स्टॉप का 11 व 181 महिला हेल्प लाइन को 9 महीने से वेतन नही मिला है। वहीं, रेस्कयू वैन वापस होने से महिलाओं की मदद नहीं हो पा रही है। बिना वेतन के दो सफाईकर्मी हटा दिए गए हैं और चालक को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
जिस कारण वह भूखमरी के कगार पर आ गए हैं महीनों से वेतन ना मिलने के कारण कर्मचारी अपना दर्द रो-रोकर बयां कर रहे हैं लेकिन उनके आंसुओं को पूछने वाला कोई अधिकारी सामने नहीं आया
आलम यह हो गया है कि अब कर्मचारियों को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ रही है या उनको जबरन निकाला जा रहा है सभी कर्मचारी काफी दूर के जिलों से कन्नौज में आए हुए हैं
जिनको अपना खर्चा घरवालों से मांग कर चलाना पड़ रहा है, बड़ा सवाल यह है कि जिले में महिला उत्पीड़न को लेकर किस प्रकार से जोर दिया जाएगा जब महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली योजनाएं बदहाल हो गयी। लगभग चार-पांच महीनों से कर्मियों को वेतन आने का सपना दिखाया जा रहा है लेकिन ना जाने यह सपना कब पूरा होगा।
कन्नौज से शिवा पटेल की रिपोर्ट
जनपद में महिलाओं की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए मकरंद नगर स्थित विनोद दीक्षित अस्पताल में वन स्टॉप सेंटर बनाया गया
लेकिन वह भी बदहाली के आंसू रो रहा है आपको बता दें कि वन स्टॉप का 11 व 181 महिला हेल्प लाइन को 9 महीने से वेतन नही मिला है। वहीं, रेस्कयू वैन वापस होने से महिलाओं की मदद नहीं हो पा रही है। बिना वेतन के दो सफाईकर्मी हटा दिए गए हैं और चालक को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
जिस कारण वह भूखमरी के कगार पर आ गए हैं महीनों से वेतन ना मिलने के कारण कर्मचारी अपना दर्द रो-रोकर बयां कर रहे हैं लेकिन उनके आंसुओं को पूछने वाला कोई अधिकारी सामने नहीं आया
आलम यह हो गया है कि अब कर्मचारियों को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ रही है या उनको जबरन निकाला जा रहा है सभी कर्मचारी काफी दूर के जिलों से कन्नौज में आए हुए हैं
जिनको अपना खर्चा घरवालों से मांग कर चलाना पड़ रहा है, बड़ा सवाल यह है कि जिले में महिला उत्पीड़न को लेकर किस प्रकार से जोर दिया जाएगा जब महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली योजनाएं बदहाल हो गयी। लगभग चार-पांच महीनों से कर्मियों को वेतन आने का सपना दिखाया जा रहा है लेकिन ना जाने यह सपना कब पूरा होगा।
कन्नौज से शिवा पटेल की रिपोर्ट