जौनपुर /मुख्यालय
दिनाक 5 व 6 फरवरी की रात लगभग डेढ़ बजे तेज रफ्तार मे आ रही एक इण्डिका की चपेट मे आने से रात मे चहारसू चौराहे पर पिकेट पर तैनात होमगार्ड और पुलिसकर्मी एक अनियंत्रित सफेद रंग की इण्डिका नम्बर यू पी 62 ए 3888 की चपेट मे आने से बाल बाल बच गये।इण्डिका की रफ्तार इतनी तेज थी कि ब्रेक लगाने पर सड़क पर घृषण के कारण टायर के निशान पड़ गये।
किसी तरह होमगार्ड के जवानो ने उसको पकड़ कर कोतवाली थाने मे ही रात मे पहुचाया ड्राइवर ने अत्यधिक शराब पी हुई थी।लेकिन कोतवाली पुलिस ने बिना कोई कानूनी कार्रवाई किए हुए ही ड्राइवर और गाड़ी को रात मे ही छोड़ दिया।जो कि जांच का विषय है।
जबकि घटना इतनी बड़ी थी कि रात मे ही उक्त अनियंत्रित इण्डिका की चपेट मे आने से लगभग आधा दर्जन लोग गम्भीर रूप से घायल या मर सकते थे।
दिनाक 5 व 6 फरवरी की रात लगभग डेढ़ बजे तेज रफ्तार मे आ रही एक इण्डिका की चपेट मे आने से रात मे चहारसू चौराहे पर पिकेट पर तैनात होमगार्ड और पुलिसकर्मी एक अनियंत्रित सफेद रंग की इण्डिका नम्बर यू पी 62 ए 3888 की चपेट मे आने से बाल बाल बच गये।इण्डिका की रफ्तार इतनी तेज थी कि ब्रेक लगाने पर सड़क पर घृषण के कारण टायर के निशान पड़ गये।
किसी तरह होमगार्ड के जवानो ने उसको पकड़ कर कोतवाली थाने मे ही रात मे पहुचाया ड्राइवर ने अत्यधिक शराब पी हुई थी।लेकिन कोतवाली पुलिस ने बिना कोई कानूनी कार्रवाई किए हुए ही ड्राइवर और गाड़ी को रात मे ही छोड़ दिया।जो कि जांच का विषय है।
जबकि घटना इतनी बड़ी थी कि रात मे ही उक्त अनियंत्रित इण्डिका की चपेट मे आने से लगभग आधा दर्जन लोग गम्भीर रूप से घायल या मर सकते थे।