आज हमारे देश में चारो तरफ त्राहिमाम मचा हुआ है, हर छोटे - छोटे चौक - चौराहे से चाय की दुकान तक राजनीति घुस गई है, राजनीति भी किस स्तर की ??? जिसमें सिर्फ नफरत बोई हुई है, आज जब पूरी दुनिया नए - नए अविष्कार कर रही है, हर देश नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है तब हमारा देश क्या कर रहा है सदी का सबसे बड़ा निर्णय ले रहा है और वह निर्णय क्या है जानते हैं क्या ? यही कि इस देश में कौन रहेगा और कौन नही रहेगा, किसको नागरिकता देनी है, किसकी नागरिकता छीननी है, जब जरूरत है सरकार को इन सब पर ध्यान देने की👇👇👇
कर रहे हैं आत्महत्या किसान,
सीमा पर शहीद हो रहे हैं जवान
सरकार जोर से कर रही है हिन्दू-मुसलमान ।
युवा हर तरफ घूम रहे हैं बेरोजगार,
करते हैं आंदोलन की मिल जाए रोजगार,
लेकिन लाठियों से सेवा करवाती है सरकार,
बेटियां हो रही हैं शोषण का शिकार,
रोज अखबारों में दिखती है चीख - पुकार,
लेकिन अब न्यायालय हो गए हैं लाचार,
सत्ता दल करता है फक्र से चुनाव प्रचार,
मीडिया भी करती है सत्ता का गुणगान,
क्योंकि रकम मिली है बन्द रखने की जुबान ।
इन तरह की सैकड़ो समस्याओं से आम इन इंसान घिरा हुआ है जिसका सांस लेना मुश्किल हो रहा है, लेकिन उसकी तरफ पलट कर देखने के लिए किसी के पास फुर्सत नहीं ।
शाक्य अरविन्द मौर्य
कर रहे हैं आत्महत्या किसान,
सीमा पर शहीद हो रहे हैं जवान
सरकार जोर से कर रही है हिन्दू-मुसलमान ।
युवा हर तरफ घूम रहे हैं बेरोजगार,
करते हैं आंदोलन की मिल जाए रोजगार,
लेकिन लाठियों से सेवा करवाती है सरकार,
बेटियां हो रही हैं शोषण का शिकार,
रोज अखबारों में दिखती है चीख - पुकार,
लेकिन अब न्यायालय हो गए हैं लाचार,
सत्ता दल करता है फक्र से चुनाव प्रचार,
मीडिया भी करती है सत्ता का गुणगान,
क्योंकि रकम मिली है बन्द रखने की जुबान ।
इन तरह की सैकड़ो समस्याओं से आम इन इंसान घिरा हुआ है जिसका सांस लेना मुश्किल हो रहा है, लेकिन उसकी तरफ पलट कर देखने के लिए किसी के पास फुर्सत नहीं ।
शाक्य अरविन्द मौर्य