प्रधान तालिब शेरखान उर्फ कल्लू निवासी शीतल गंज के भ्रष्टाचार लिप्त गांव भगवंतपुर गोट पाली अपने दुर्दशा पर बहा रहा आंसू
पूरा मामला ब्लॉक बांगरमऊ ग्राम पंचायत शीतल गंज का है ।जहां भगवंतपुर गोट पाली में प्रधान ने आज तक कोई भी कार्य नहीं कराया है। नालिया वैसे ही टूटी फूटी पड़ी है। खड़ंजा पर पानी भरा है ।जिससे ग्रामीणों को निकलने में भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है ।जनता बहुत ही परेशान है लोग प्रधान की दबंगई के डर से मुंह खोलने को तैयार नहीं है। हमारी मीडिया की टीम ने वहां पर जाकर के हाल और हकीकत को देखकर पूरा स्पष्टीकरण पेश किया प्रधान और सेक्रेटरी दोनों आपस में मिलकर के सरकारी पैसे का खूब बंदरबांट कर रहे हैं। लगभग एक सैकड़ा ग्रामीणों ने मिलकर के एक ज्ञापन प्रधान के खिलाफ दिया है । गांव में एक भी आवास प्रधान द्वारा किसी को नहीं दिया गया ।
प्रधानमंत्री ने जो स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांव-गांव शौचालय बनवाए हैं प्रधान ने वह भी विकास कार्य अपने गांव में नहीं करवाया और जो भी शौचालय बनवाए गए हैं उसमें जातिवाद बहुत ज्यादा हुई है। बहुत ही कम लोगों को शौचालय दिए गए हैं। ग्राम पंचायत के द्वारा गांव में गरीब किसानों को चरही पशुओं को चारा खिलाने के लिए सरकार द्वारा दी गई वह भी प्रधान ने अपात्रों को दे दी । जबकि रामकिशन ,अशोक यादव इसके मुख्य पात्र हैं ।प्रधान तालिब शेरखान वह महेंद्र पाल सेक्रेटरी ने मिलकर सरकारी पैसे का बहुत दुरुपयोग किया है ।जांच कराकर के उचित कार्यवाही प्रधान और सेक्रेटरी पर जाए। अगर कोई ग्रामीण किसी पत्रकार के सामने प्रधान तालिब शेरखान के खिलाफ कोई भी आवाज उठाता है तो प्रधान उसको जान से मारने की धमकी देते हैं इसीलिए कोई भी ग्रामीण प्रधान के खिलाफ आवाज नहीं उठाता है जबकि जनता प्रधान के अत्याचार से बहुत दुखी हैं। सरकारी पैसे का बंदरबांट करने में करने में हरिपाल यादव ,महेंद्र पाल व प्रधान तालिब सेरखा व उनके गुर्गे मिलकर के जनता को रौब दिखाते हैं /
पूरा मामला ब्लॉक बांगरमऊ ग्राम पंचायत शीतल गंज का है ।जहां भगवंतपुर गोट पाली में प्रधान ने आज तक कोई भी कार्य नहीं कराया है। नालिया वैसे ही टूटी फूटी पड़ी है। खड़ंजा पर पानी भरा है ।जिससे ग्रामीणों को निकलने में भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है ।जनता बहुत ही परेशान है लोग प्रधान की दबंगई के डर से मुंह खोलने को तैयार नहीं है। हमारी मीडिया की टीम ने वहां पर जाकर के हाल और हकीकत को देखकर पूरा स्पष्टीकरण पेश किया प्रधान और सेक्रेटरी दोनों आपस में मिलकर के सरकारी पैसे का खूब बंदरबांट कर रहे हैं। लगभग एक सैकड़ा ग्रामीणों ने मिलकर के एक ज्ञापन प्रधान के खिलाफ दिया है । गांव में एक भी आवास प्रधान द्वारा किसी को नहीं दिया गया ।
प्रधानमंत्री ने जो स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांव-गांव शौचालय बनवाए हैं प्रधान ने वह भी विकास कार्य अपने गांव में नहीं करवाया और जो भी शौचालय बनवाए गए हैं उसमें जातिवाद बहुत ज्यादा हुई है। बहुत ही कम लोगों को शौचालय दिए गए हैं। ग्राम पंचायत के द्वारा गांव में गरीब किसानों को चरही पशुओं को चारा खिलाने के लिए सरकार द्वारा दी गई वह भी प्रधान ने अपात्रों को दे दी । जबकि रामकिशन ,अशोक यादव इसके मुख्य पात्र हैं ।प्रधान तालिब शेरखान वह महेंद्र पाल सेक्रेटरी ने मिलकर सरकारी पैसे का बहुत दुरुपयोग किया है ।जांच कराकर के उचित कार्यवाही प्रधान और सेक्रेटरी पर जाए। अगर कोई ग्रामीण किसी पत्रकार के सामने प्रधान तालिब शेरखान के खिलाफ कोई भी आवाज उठाता है तो प्रधान उसको जान से मारने की धमकी देते हैं इसीलिए कोई भी ग्रामीण प्रधान के खिलाफ आवाज नहीं उठाता है जबकि जनता प्रधान के अत्याचार से बहुत दुखी हैं। सरकारी पैसे का बंदरबांट करने में करने में हरिपाल यादव ,महेंद्र पाल व प्रधान तालिब सेरखा व उनके गुर्गे मिलकर के जनता को रौब दिखाते हैं /