स्वच्छ भारत मिशन को उन्नाव नगर पालिका के आला अधिकारियों द्वारा उड़ाया जा रहा है हवा में
उन्नाव, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और एक तरफ उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी स्वच्छ भारत मिशन की कर रहे हैं कल्पना और डिजिटल इंडिया बनाने के देख रहे हैं बड़े-बड़े सपने वही एक तरफ उन्नाव नगरपालिका के आलाअधिकारियों से लेकर उन्नाव के जनप्रतिनिधि यो द्वारा स्वच्छ भारत मिशन डिजिटल इंडिया प्रधानमंत्री के सपने को पलीता करने में लगे हुए हैं। सोचने की बात यह है दोबारा सांसद बनने के बाद उन्नाव जनपद और शहर में विकास कोशो दूर क्यों है?
आपको बताते हुए चलता हूं उन्नाव नगर पालिका के अंतर्गत वार्ड नंबर 25 दरोगा बाग (चांदमारी) के नगरवासी सात-आठ वर्षों से रह रहे लेकिन अभी तक नगर पालिका और सरकार द्वारा दी जाने वाली मूलभूत सुविधाओं से पूरी तरह से वंचित है जैसे कि 8 वर्षों से रह रहे नगर वासियों को अभी तक कच्चे रास्तों से विद्यार्थियों और आम जनमानस को प्रतिदिन आवागमन करना पड़ता है और घरों का गंदा पानी कच्चे रास्तों पर पाया जाता है मार्गों पर अभी तक स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगी है अंधेरे में यहां के नगर वासियों आवागमन करना पड़ता है। आजकल बारिशों में घुटनों के बराबर कच्चे रास्तों में दलदल व पानी भरता है जिससे आम जनमानस नगरवासी और छात्र छात्राओं को विद्यालय का आवागमन करने में बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लेकिन हमारे उन्नाव जनप्रतिनिधि और नगरपालिका के आला अधिकारियों की आंखों में पट्टी चढ़ी हुई है। नहीं दिखाई देता है नगर वासियों और विद्यार्थियों का दुख दर्द।
बड़ी बात तो यह है वार्ड नंबर 25 में ही लोधन हार मोहल्ला भी लगता है लेकिन वहां के नगर वासी यूं का कहना है आजादी से अब तक हम कच्चे रास्तों से ही आवागमन कर रहे हैं लेकिन अभी तक पक्के रास्ते नहीं बन पाए हैं अंग्रेज तो छोड़ कर चले गए लेकिन अभी तक उन्नाव जनपद आजाद नहीं हो पाया है हम लोग वहीं के वहीं हैं जैसे पहले वैसे अब यह मार्ग काशीराम मोड से होते हुए लोधन हार जाने का मुख्य मार्ग है
इस मार्ग पर छोटे से लेकर बड़े सैकड़ों वाहनों का आवागमन प्रतिदिन होता है। सात आठ साल से रह रहे नगरवासी यो का कहना है अगर नगर पालिका से मूलभूत सुविधाएं नहीं प्राप्त हुई जैसे (मार्गो की मरम्मत की करण, नालियों का निर्माण, बिजली के खंभों में स्ट्रीट लाइटें, आदि कार्य नहीं हुए तो नगर पालिका और जिला अधिकारी कार्यालय का राव करने के लिए हो जाएंगे मजबूर।
प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के सपने हुए फेल।