प्रधान और मंत्री की मिलीभगत से ग्रामीणों को नहीं मिल रहे हैं आवास व शौचालय खुले में महिलाएं शौच जाने के लिए मजबूर
उन्नाव, बांगरमऊ क्षेत्र के ग्राम शाईपुर सागौडा में स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम प्रधान महंत प्रतिनिधि द्वारा उड़ाई जा रही है स्वच्छता का मजाक।बार बार लगातार ग्राम प्रधान की दबंगई आती जा रही हैं सामने।
ग्राम वासियों ने सैकड़ों बार प्रधान से मार्ग व नालिया निर्माण खराब हैंडपंपों की मरम्मत और प्रधानमंत्री आवास शौचालय न मिलने की शिकायत की लेकिन ग्राम प्रधान ग्राम वासियों की एक मान कर चला रहे हैं अपनी मनमानी ग्राम प्रधान मानक को ताक पर रखकर गरीबों को नहीं दे रहे हैं प्रधानमंत्री आवास और शौचालय।
गरीब आवास पात्र कर रहे हैं कच्चे घरों और झोपड़ी में अपने जीवन को यापन आवास पात्र ग्राम प्रधान पर लगा रहे हैं पैसा मांगने का आरोप ग्राम प्रधान आवास पात्र से प्रति आवास की रकम ₹40000 से 50000 की कर रहा है मांग ग्राम वासियों का कहना है हम झोपड़ी में कर रहे हैं अपनी जिंदगी का गुजारा इतनी बड़ी रकम प्रधान को हम कहां से दें। गांव में पक्की नालिया और पक्के रास्ते ना होने से घरों का गंदा पानी कच्चे रास्तों पर जमा होता है दलदल भरे रास्तों से ग्रामीणों आवागमन करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है गांव में लगे सरकारी इंडिया मारका हैंड पंप भी खराब पड़े हुए है जिससे ग्रामवासियों को पानी पीने के लिए आए दिन दिक्कतें होती है। गांव में कई पात्रों के शौचालय इज्जत घर बने हुए हैं लेकिन अभी तक उनके शौचालय की टैंक भी नहीं बनाए गई हैं सालो से गड्ढे खुदे पड़े हुए है। ग्राम वासियों ने समस्या का समाधान के लिए कई बार तहसील दिवस एसडीएम को शिकायत पत्र दिया लेकिन अभी तक कोई भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। क्या ग्राम प्रधान, सेक्रेटरी, खंड विकास अधिकारी, प्रधानमंत्री से बड़े हैं जो सरकार की एक ना मानकर कर रहे हैं अपनी मनमानी यह जिले के आला अधिकारी ओं के लिए एक बड़ा सवाल।
यह मान लो संपूर्ण गांव में सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओ से और स्वच्छता से वंचित हैं यहां के ग्रामवासी।
पूरा मामला ग्राम सांईपुर सगोड़ा तहसील विकास खंड बांगरमऊ उन्नाव उत्तर प्रदेश का है।
*उन्नाव से क्राइम ब्यूरो मोहम्मद इदरीश की रिपोर्ट*