राज्य सरकार निरंतर स्वास्थ्य सेवाये देने के लिए 24 घंटे कटिबद्ध

राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को निरंतर 24 घण्टे  सेवाएं देने के लिए कटिबन्ध है, इस कार्य मे लापरवाही करने वाले डॉक्टर व कर्मियों को तत्काल हटाया जाये। 9 :20 पर ओपीडी में मात्र एक लेडी डॉक्टर रिचा गिरी ही उपस्थित मिली शेष सीनियर डॉक्टर अनुपस्थित मिले जिस पर सभी का  स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिये।जिन  वार्डो के एक बेड पर दो -दो मरीज भर्ती है, तत्काल उन्हें अलग अलग बेड पर भर्ती किया जाये। किसी भी दशा में एक बेड पर दो मरीजों का इलाज न हो जिसके लिए सीएमएस की जिम्मेदारी है। नेत्र वार्ड में 15 मरीज भर्ती थे जिसमे मौके पर 7 भी मरीज वार्ड में मिले शेष एडमिट मरीज की अनुपस्थिति  के विषय मे वहां उपस्थित डॉक्टर द्वारा डिस्चार्ज  मरीजों की कोई भी जानकारी नही देंने की स्थिति में  पर कड़ी फटकार लगाते हुए  उनके खिलाफ कार्यवाही  करने के दिये निर्देश। अस्पतल में खिड़कियों की जाली ,तथा शीशे टूटे मिले जिस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी टूटी जालियों  व सीसे की गाने के  कड़े निर्देश दिये। वार्डो में गन्दगी देख कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए अभियान चलाकर समस्त वार्डो को साफ कराने के निर्देश दिये। आयुष्मान मित्र अंकित की लापरवाही से 13 दिन से भर्ती आयुष्मान लाभार्थी को बाहर से दवा लानी पड़ रही है, जिस पर तत्काल आयुष्मान मित्र को हटाने के निर्देश दिये। वार्ड 10 में पड़े कबाड़ में बेड  जिसे अस्पताल द्वारा कंडम किया जाना है, जिनमे कुछ बेड सही है उन्हें उन वार्डो में रखा जाए जिन वार्डो में एक बेड पर दो मरीज एडमिट है।

 यह निर्देश जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने हैलेट के औचक निरीक्षण के दौरान दिए। जिलाधिकारी आज 9:20 पर हैलेट स्थित ओपीडी पहुंचे जहां पर एक ही लेडी डॉक्टर रिचा गिरी उपस्थित थी तथा अन्य सीनियर डॉक्टर कोई भी नहीं थे इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुपस्थित सीनियर डॉक्टर से उनका स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए और कहा कि प्रत्येक दशा में समस्त डॉक्टर समय पर पहुचे। उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही करने वाले डॉक्टर व कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा। ततपश्चात  जिलाधिकारी वार्ड 2 में पहुंचे जहां गंदगी का अंबार  लगा था कूड़ा डस्टबिन से बाहर  पड़ा था  तथा वार्ड में गन्दगी भी बहुत थी कुछ कूड़ा आसपास भी पड़ा था  ।जिस पर  उन्होंने कहा कि यह  स्थिति बहुत ही खराब है इस हेतु उन्होंने सीएमएस से सफाई कर्मियों का  स्पस्टीकरण मांगने के  निर्देश दिये। जिलाधिकारी नेत्र वार्ड पहुंचे जहां पर 15 मरीजो के एडमिट होने की संख्या रजिस्टर में अंकित थी जिसमे 7  मरीज वार्ड में थे इस पर वहां उपस्थित कमला श्रीवास्तव सिस्टर से उन्होंने शेष  मरीज के डिस्चार्ज होने की सूची मांगी जिसे उसके द्वारा उपलब्ध नहीं करा पाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में गन्दगी बहुत होने पर कड़ी फटकार लगाते हुए अभियान चलाकर सफाई कराने के निर्देश दिये ।

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