मियागंज,उउन्नाव:- शिक्षा जैसे पवित्र शब्द को भी शिक्षा माफिया ने बदनाम कर दिया पूछो उस पिता से जो रात दिन मेहनत करके कमाता है फ़िर अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा के लिए स्कूल भेजता है लेकिन इन माफियाओं के आगे वह भी बेबस हो जाता है उसकी पुकार कोई सुनने वाला नही शिक्षा माफियाओं का अपना एक वर्चस्व है जो आम आदमियों के आगे भरी पड़ता हैं यह गोरख धंधा काफ़ी फल फ़ूल रहा है इनकी कमाई आसमानों को छू रही है यह शिक्षा के वर्चस्व को ख़त्म कर रहे हैं यह काली कमाई से उच्च अधकारी के मुँह बंद कर देते है।
आज मै खुद मियागंज स्थित मैनपुरिया कान्वेंट कॉलेज की दास्तां बया कर रहा हू जहाँ पर कॉलेज की तरफ़ से ही बच्चों को किताबे ड्रेस सूज बेल्ट सभी लेना होते है इन सब चीजों पर कॉलेज मन माने तरीक़े से ग़रीब ईमानदार मेहनत कस लोगो का शोषण करता है दस की चीज़ सौ रुपये मे बेचता है।
किताबो की दुकान को इस तरह से सजाया है जैसे कबाड़ बेच रहा हो पूछने पर पता चलता है कॉलेज को पूरा कमीशन जाता है उत्तर प्रदेश सरकार से निवेदन है इस तरह किसी का भी शोषण नही होना चाहिये ये हम सबकी जिम्मेदारी बनती हैं ये सूचना जन हित मे जारी है।
आज मै खुद मियागंज स्थित मैनपुरिया कान्वेंट कॉलेज की दास्तां बया कर रहा हू जहाँ पर कॉलेज की तरफ़ से ही बच्चों को किताबे ड्रेस सूज बेल्ट सभी लेना होते है इन सब चीजों पर कॉलेज मन माने तरीक़े से ग़रीब ईमानदार मेहनत कस लोगो का शोषण करता है दस की चीज़ सौ रुपये मे बेचता है।
किताबो की दुकान को इस तरह से सजाया है जैसे कबाड़ बेच रहा हो पूछने पर पता चलता है कॉलेज को पूरा कमीशन जाता है उत्तर प्रदेश सरकार से निवेदन है इस तरह किसी का भी शोषण नही होना चाहिये ये हम सबकी जिम्मेदारी बनती हैं ये सूचना जन हित मे जारी है।