संवाददाता - कृष्णकुमार कुशवाहा
कानपुर।जहां पूरे उत्तर प्रदेश मे योगी सरकार पर अनुदेशकों का विरोध प्रदर्शन जारी है।उसका नजारा कानपुर में भी देखने को मिला बेसिक शिक्षा विभाग के अनुदेशकों के पद पर तैनात शारीरिक शिक्षा व कला अनुदेशक पद पर कार्यरत शिक्षकों का मानदेय का मामला है।जहां शिक्षकों ने हाथ में कटोरा लेकर भीख मांगा और योगी सरकार का विरोध प्रदर्शन भी किया।
वही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है की सात हजार का फैसला वापस लो सत्तरह हजार दो।कानपुर अनुदेशक संघ के जिला अध्यक्ष आलोक अग्निहोत्री ने बताया कि जब उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब बनी तो अनुदेशक़ शिक्षकों को लगा की सत्तरह हजार मानदेय की मिलेगा।अनुदेशकों शिक्षकों को लगा कि बीजेपी सरकार उनका मानदेय बढ़ाकर उनको किया हुआ हुआ वादा पूरा करेगी लेकिन यहाँ तो सरकार द्वारा पैब मार्च 2017 के मिनट्स में पास सत्तरह हजार का मानदेय तो मिला नही बल्कि इनका मानदेय 8470 रुपये से घटाकर सात हजार रुपये कर दिया गया।छःमाह पश्चात राज्य सरकार ने दो माह का बजट 28 जून को सात हजार रुपये के हिसाब से निर्गत किया जबकि मध्य के 3 माह जनवरी से मार्च का मानदेय नही दिया।मार्च 2017 से पैब की बैठक में सत्तरह हजार मानदेय के मिनट्स जारी हो चुके हैं जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने स्वयं ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर चुके हैं।जो आज तक नहीं मिला बल्कि जो था उसमें भी कटौती की गई जो आधारहीन है।जिसके विरोध में कानपुर नगर में अनुदेशकों ने विरोध प्रदर्शन किया एवं सत्तरह मानदेय की मांग की तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी,कानपुर के सामने अपनी समस्या रखी एवं सभी ने तय किया कि जब तक सत्तरह हजार का शासनादेश जारी नहीं होता संघर्ष जारी रहेगा
विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।इस मौके पर प्रीतम कुमार,आशीष सिंह,अवधेष सिंह,अभिषेक मिश्रा,अभय सिंह,सतेंद्र यादव,निधि सिंह,सपना,नीलम गुप्ता,निधी वर्मा आदि सैकडों अनुदेशक़ उपस्थित रहे।
कानपुर।जहां पूरे उत्तर प्रदेश मे योगी सरकार पर अनुदेशकों का विरोध प्रदर्शन जारी है।उसका नजारा कानपुर में भी देखने को मिला बेसिक शिक्षा विभाग के अनुदेशकों के पद पर तैनात शारीरिक शिक्षा व कला अनुदेशक पद पर कार्यरत शिक्षकों का मानदेय का मामला है।जहां शिक्षकों ने हाथ में कटोरा लेकर भीख मांगा और योगी सरकार का विरोध प्रदर्शन भी किया।
वही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है की सात हजार का फैसला वापस लो सत्तरह हजार दो।कानपुर अनुदेशक संघ के जिला अध्यक्ष आलोक अग्निहोत्री ने बताया कि जब उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब बनी तो अनुदेशक़ शिक्षकों को लगा की सत्तरह हजार मानदेय की मिलेगा।अनुदेशकों शिक्षकों को लगा कि बीजेपी सरकार उनका मानदेय बढ़ाकर उनको किया हुआ हुआ वादा पूरा करेगी लेकिन यहाँ तो सरकार द्वारा पैब मार्च 2017 के मिनट्स में पास सत्तरह हजार का मानदेय तो मिला नही बल्कि इनका मानदेय 8470 रुपये से घटाकर सात हजार रुपये कर दिया गया।छःमाह पश्चात राज्य सरकार ने दो माह का बजट 28 जून को सात हजार रुपये के हिसाब से निर्गत किया जबकि मध्य के 3 माह जनवरी से मार्च का मानदेय नही दिया।मार्च 2017 से पैब की बैठक में सत्तरह हजार मानदेय के मिनट्स जारी हो चुके हैं जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने स्वयं ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर चुके हैं।जो आज तक नहीं मिला बल्कि जो था उसमें भी कटौती की गई जो आधारहीन है।जिसके विरोध में कानपुर नगर में अनुदेशकों ने विरोध प्रदर्शन किया एवं सत्तरह मानदेय की मांग की तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी,कानपुर के सामने अपनी समस्या रखी एवं सभी ने तय किया कि जब तक सत्तरह हजार का शासनादेश जारी नहीं होता संघर्ष जारी रहेगा
विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।इस मौके पर प्रीतम कुमार,आशीष सिंह,अवधेष सिंह,अभिषेक मिश्रा,अभय सिंह,सतेंद्र यादव,निधि सिंह,सपना,नीलम गुप्ता,निधी वर्मा आदि सैकडों अनुदेशक़ उपस्थित रहे।