हिलौली उन्नाव
केंद्र सरकार द्वारा संचालित सम्मान निधि योजना का छलावा क्षेत्रीय लेखपालों द्वारा किया जा रहा है।इस योजना का फायदा के लिए किसान अपने दस्तावेज लेकर दप्तरो के चक्कर लगाते लगाते थक गए।हतास होकर अपने अपने घरों में बैठ गए है।वही उपजिलाधिकारी के आदेशो को क्षेत्रीय लेखपाल नही मान रहे है।
हाल में हुए लोकसभा चुनाव में देश के किसानों ने भारी वोटो से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनाया।और आस लगाया की हम लोगो को पूरा ध्यान प्रधानमंत्री रखेंगे।लेकिन पुरवा में सरकार के तंत्र उनके आशाओं पर पानी फेरते नजर आ रहे है।किसान हलाकान परेशान है।बताते चले कि सम्मान निधि योजना में दो दो हजार रुपये का फायदा होना मोदी जी की भारी जीत का कारण रहा।जिसकारण मोदी जी पूर्ण बहुमत से सरकारी बनाई।लेकिन अब पुरवा के किसानों का दुःख कोई सुनने वाला नही है।सरकार बनने के बाद किसान सम्मान निधि योजना पाने के लिए तहसील पहुचता है।तो क्षेत्रीय लेखपाल यह बताकर ताल देते है।कि अपने कागज ब्लॉक मुख्यालय में बीज भंडार में जमा करे। दूर दराज से आया किसान भीषण गर्मी में तहसील के बाद ब्लॉक मुख्यालय पहुचता है तो उसे कृषि अधिकारी यह कहकर टहला देते है हमारे पास कोई जिओ नही है।बात भी जाहिर है।जब कोई आदेश नही तो क्यो ले।ऐसी स्थिति में किसान दौड़ दौड़ कर हार मानकर घर बैठ जाता है।और मोदी जी को कोसने लगता है।क्षेत्र के प्रीतिनिधि में इस विषय मे ध्यान नही दे रहे है।सत्ता विपक्ष एक दिख रहा है।तो ऐसी स्थिति में किसान परेशान होगा ।किसानों की बात कोई सुनने वाला नही है।कर्मचारी अधिकारी एक दूसरे पर आरोप लगाकर किसानों को टहला दे रहे है।ऐसी स्थिति में किसान कहा जाए।गंभीर विषय है।
हिलौली उन्नाव
क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा सम्मान निधि योजना में किसानों का फायदा नही मिल पा रहा है।किसान हलाकान होता दिख रहा है।लेखपालों द्वारा कागज न लेना इससे यह जाहिर होता है की मोदी सरकार के सपनो को पानी फेरा जा रहा है।
केंद्र सरकार द्वारा संचालित सम्मान निधि योजना का छलावा क्षेत्रीय लेखपालों द्वारा किया जा रहा है।इस योजना का फायदा के लिए किसान अपने दस्तावेज लेकर दप्तरो के चक्कर लगाते लगाते थक गए।हतास होकर अपने अपने घरों में बैठ गए है।वही उपजिलाधिकारी के आदेशो को क्षेत्रीय लेखपाल नही मान रहे है।
हाल में हुए लोकसभा चुनाव में देश के किसानों ने भारी वोटो से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनाया।और आस लगाया की हम लोगो को पूरा ध्यान प्रधानमंत्री रखेंगे।लेकिन पुरवा में सरकार के तंत्र उनके आशाओं पर पानी फेरते नजर आ रहे है।किसान हलाकान परेशान है।बताते चले कि सम्मान निधि योजना में दो दो हजार रुपये का फायदा होना मोदी जी की भारी जीत का कारण रहा।जिसकारण मोदी जी पूर्ण बहुमत से सरकारी बनाई।लेकिन अब पुरवा के किसानों का दुःख कोई सुनने वाला नही है।सरकार बनने के बाद किसान सम्मान निधि योजना पाने के लिए तहसील पहुचता है।तो क्षेत्रीय लेखपाल यह बताकर ताल देते है।कि अपने कागज ब्लॉक मुख्यालय में बीज भंडार में जमा करे। दूर दराज से आया किसान भीषण गर्मी में तहसील के बाद ब्लॉक मुख्यालय पहुचता है तो उसे कृषि अधिकारी यह कहकर टहला देते है हमारे पास कोई जिओ नही है।बात भी जाहिर है।जब कोई आदेश नही तो क्यो ले।ऐसी स्थिति में किसान दौड़ दौड़ कर हार मानकर घर बैठ जाता है।और मोदी जी को कोसने लगता है।क्षेत्र के प्रीतिनिधि में इस विषय मे ध्यान नही दे रहे है।सत्ता विपक्ष एक दिख रहा है।तो ऐसी स्थिति में किसान परेशान होगा ।किसानों की बात कोई सुनने वाला नही है।कर्मचारी अधिकारी एक दूसरे पर आरोप लगाकर किसानों को टहला दे रहे है।ऐसी स्थिति में किसान कहा जाए।गंभीर विषय है।
हिलौली उन्नाव
क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा सम्मान निधि योजना में किसानों का फायदा नही मिल पा रहा है।किसान हलाकान होता दिख रहा है।लेखपालों द्वारा कागज न लेना इससे यह जाहिर होता है की मोदी सरकार के सपनो को पानी फेरा जा रहा है।