राम राज्य स्थापित करने वाले योगी सरकार में अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमराती नजर आ रही है विद्यालय संचालक राज्य सरकार और शिक्षा अधिकारियों की एक ना मानकर शिक्षा माफिया विद्यालय संचालक अभिभावकों के जेब पर डाल रहे हैं जमकर डाका
उन्नाव उत्तर प्रदेश में प्राइवेट मान्यता प्राप्त कई विद्यालय संचालक बुक सेलर की मिलीभगत से अभिभावकों के जेब पर डाल रहे हैं जमकर ढाका। आइए आपको उन्नाव के कुछ विद्यालयों की पोल खोलते हुए चलता हूं गुरु नानक इंटर कॉलेज की अंदर की व्यवस्था पूरी डामाडोल नजर आ रही हैं बच्चों को पीने के लिए ना तो ठंडा पानी और ना ही गर्मी से बचने के लिए कूलर , और ना ही पंखा का इंतजाम है। ऐसी चिलचिलाती धूप और गर्मी में विद्यार्थियों का क्या हाल होगा जरा उनसे पूछे।
वहीं एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार योगी जी की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं विद्यालय में बुक सेल करना कानून के खिलाफ है लेकिन हमारे विद्यालय के संचालक सरकार की एक न मानकर विद्यालय में बुक ओं की बिक्री जमकर कर रहे और अभिभावकों से बुक ओं के नाम पर जमकर पैसा खिचा जा रहा है और यही ही नहीं विद्यालय में फीस के नाम पर थी जमकर वसूली की जा रही है कहीं तो डेवलपमेंट फीस बुल्डिंग फीस अनेकों नाम से फीस के नाम पर वसूली की जाती अभिभावकों से। गुरु नानक इंटर कॉलेज ही नहीं उन्नाव शहर में कई विद्यालयों में ऐसे कार्य हो रहे है किंग्सटन इंटर कॉलेज भी इनमें शामिल है। *ऐसे में उठता है एक बड़ा सवाल क्या गरीब मां बाप अपने बच्चों को उत्तम अच्छी शिक्षा दिला सकेगे अगर दिला सकेंगे तो कैसे योगी सरकार के लिए एक बड़ा सवाल* देखना यह ऐसे शिक्षा माफियाओं पर हमारी सरकार क्या एक्शन लेती हैं वादे तो बड़े बड़े किए की प्राइवेट विद्यालयों में फीस कम ली जा येगी अभी तक ऐसा नहीं हुआ।लेकिन देखना अब यह है हमारी योगी सरकार अपने वादों पर कितना खरा उरती है । विद्यालय संचालक ( शिक्षा माफिया)बुक सेलर दुकानदारो पर कार्रवाई होती है या नहीं।