चंद पैसों के लालच में कच्ची के साथ अब देसी दुकान संचालकों के मिलावट का खेल बनता जा रहा लोगों की जान का दुश्मन


जीएसऐ संवाददाता, उन्नाव : कच्ची के साथ अब देसी ठेके पर बिकने वाली शराब भी कहर बरपा रही है। चंद रुपयों के लालच में दुकान संचालक मिलावट का खेलकर जान के दुश्मन बन रहे हैं। उन्नाव में भी कच्ची के साथ देसी शराब ठेकों में मिलावट का खेल जोरों पर चल रहा है, जो कभी भी बड़ी घटना को जन्म दे सकता है। हसनगंज में शराब ठेके पर पूर्व में पकड़ा गया मिलावटी खेल इसका प्रमाण है। इसके साथ ही आबकारी और पुलिस द्वारा पकड़ी गई फैक्ट्री भी इस बात का सबूत है कि जिले में शराब का मिलावटी खेल पूरी तरह पैर पसार चुका है।
वैसे तो जिले में अधिकतर शराब ठेकों पर मिलावट का खेल होता है पर फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र में मिलावटी शराब कारोबार का बड़ा सिडीकेट काम कर रहा है। यहां के कस्बा फतेहपुर चौरासी, दोस्तपुर सोली, उरहियनखेड़ा के कुछ ऐसे लोग हैं जो शराब में स्प्रिट मिलाकर माधुरी के नकली रैपर लगाकर ठेकों पर बेचते हैं।
करीब चार दिन पहले कस्बा फतेहपुर चौरासी निवासी राजू, भइया लाल कहार, संतोष निवासी खुचकीपुर और गुल्ली निवासी गोरीमऊ ने शराब बिक्री की पुलिस से शिकायत की पर पुलिस ने कार्रवाई की जगह उन्हें चलता कर दिया।
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गैर जिलों में भी पकड़े गए कारोबारी
- फतेहपुर चौरासी क्षेत्र में काम कर रहा सिडीकेट अन्य जिलों में पुलिस के हत्थे चढ़ा। यहां के दबौली गांव का एक ग्रुप जनवरी माह में कानपुर के डेरापुर में नकली शराब ठेकों तक पहुंचाने में पकड़ा गया। आरोपितों ने पुलिस को बताया कि शराब में स्प्रिट धतूरा, यूरिया मिलाकर वह इसे नशीला बना देसी ठेकों पर बेचते हैं। इसी तरह कस्बे का एक ग्रुप कानपुर के बिल्हौर, हरदोई के माधवगंज व जिले के माखी क्षेत्र में पकड़ा गया।
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काली मिट्टी के ठेके पर हुई थी तनातनी
- करीब दो माह पूर्व काली मिट्टी चौराहा स्थित शराब ठेका पर मिलावटी शराब को लेकर ग्राहकों की सेल्समैन से तनातनी हुई थी। जिस पर उन्होंने 100 नंबर सूचना दी। पीआरवी पहुंची तो उन्होंने सभी को दूसरा ठेका देखने की नसीहत दे दी। जिस पर वह पुलिस के डर से चले गए।
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इन जगहों पर भी चलता मिलावट का खेल
- हसनगंज में कस्बा, गजफ्फरनगर, फरहदपुर, धौरा, ऊंचाद्वार, रसूलपुर बकिया, नवई समेत अन्य देसी ठेकों में मिलावटी शराब की बिक्री होती है। 20 जनवरी 2019 को हसनगंज के शाहपुर तोंदा गांव में लखन जायसवाल के घर मिलावटी शराब का कारोबार कोतवाली पुलिस ने पकड़ा था। मौके से लखन फरार हो गया था जो अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा। इसी तरह औरास, सफीपुर, माखी, असोहा, बीघापुर, पुरवा समेत अन्य जगहों पर मिलावट का खेल चल रहा है।
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बाराबंकी की घटना के बाद टूटी नींद
- बाराबंकी में मिलावटी शराब के कहर के बाद आबकारी और पुलिस ने मंगलवार को जिले भर में संयुक्त अभियान चलाकर शराब ठेकों की चेकिग की। यहां बोतलों की जांच के साथ स्टॉक रजिस्टर का भी मिलान किया गया। सदर कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्र के साथ आबकारी इंस्पेक्टर रवींद्र किशोर ने करीब 12 शराब की दुकानों के साथ कच्ची बिक्री को भी चेक किया। दावा कहीं भी अनियमितता न मिलने का रहा।
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- रूटीन चेकिग के साथ समय-समय पर अभियान चलाकर शराब दुकानों को चेक किया जाता है। शिकायत पर तुरंत टीम को मौके पर भेजकर कार्रवाई की जाती है। पिछले एक साल में 8 से अधिक ऐसी फैक्ट्री पकड़ी गईं जहां मिलावट का खेल चल रहा था। कारोबारियों को जेल भी भेजा गया।
- केके शुक्ल, आबकारी अधिकारी
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- सभी एसएचओ और सर्किल के सीओ को निर्देश दिए गए हैं कि शराब के जहां भी कच्ची कारोबार हो रहा हैं वह सूचनातंत्र मजबूत कर छापेमारी करें। एक सप्ताह तक सघन चेकिग अभियान चलाया जाएगा।

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