मोदी कैबिनेट में इस बार 50 से ज्यादा सांसदों को जगह मिलने का अनुमान है। इसमें छह नाम तो तय माने जा रहे हैं, लेकिन कुछ पुराने नामों पर संशय की स्थिति बनी हुई है। इन सबके बीच सबसे ज्यादा चर्चा है मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले 20 से ज्यादा नए चेहरों की। मालूम हो कि गुरुवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से पहले भाजपा आला कमान की बैठकों का दौर जारी है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य वरिष्ठ नेता कई दौर की बैठक कर चुके हैं। माना जा रहा है बैठकों का ये दौर कैबिनेट के स्वरूप को लेकर चल रहा है।
अरुण जेटली नहीं होंगे शामिल लंबे समय से बीमार चल रहे वरिष्ठ भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य अरुण जेटली इस बार मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने खुद ट्विटर के जरिए इसकी जानकारी दी है। मालूम हो कि स्वास्थ्य वजहों से अरुण जेटली इस बार के लोकसभा चुनाव में भी ज्यादा सक्रिय नहीं रहे थे। भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद 16वीं लोकसभा को भंग करने के लिए की गई सरकार की कैबिनेट बैठक में भी वह शामिल नहीं हो सके थे। ऐसे में सरकार को अब उनकी जगह नए वित्त मंत्री का चुनाव भी करना है।
यूपी, बिहार और गुजरात को विशेष तरजीह मोदी कैबिनेट में इस वक्त जो संभावित नाम सामने आ रहे हैं, उससे अनुमान लगाया जा सकता है कि मंत्रिमंडल में यूपी, बिहार और गुजरात को विशेष तरजीह दी जाएगी। इन तीनों राज्यों से सबसे ज्यादा मंत्री बनने की उम्मीद है। इसके अलावा सरकार पूर्वोत्तर के राज्यों और आने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए भी बैलेंस बनाने का प्रयास करती नजर आ रही है।
ये हैं कन्फर्म नाम राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण और स्मृति ईरानी।
इन नए चेहरों की है चर्चा मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले नए चेहरों में सबसे पहला नाम है पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का। इसके बाद प्रह्लाद जोशी, तेजस्वी सूर्या, अनिल बलूनी, विनोद चावड़ा, सीआर पाटिल, तापिर गाव, किशन रेड्डी, बसंत पांडा, दिलीप घोष, राहुल सिन्हा, प्रह्लाद पटेल, मनोज तिवारी, कैलाश मेघवाल, सुखबीर बादल, रीता बहुगुणा जोशी, एसपीएस बघेल, संजय निषाद, संजय सेठ, नित्यानंद राय, रामनाथ ठाकुर या संतोष कुशवाहा या महाबली सिंह के नाम भी कैबिनेट में शामिल होने वाले नए चेहरों के तौर पर चल रहे हैं।
कुछ ऐसा होगा मोदी का मंत्रीमंडल महाराष्ट्र: नितिन गडकरी, प्रकाश जावडेकर, सुरेश प्रभु।
बिहार: रविशंकर प्रसाद, रामविलास पासवान (LJP), रामनाथ ठाकुर या संतोष कुशवाहा या महाबली सिंह, रामनाथ ठाकुर (JDU), रामकृपाल यादव या नित्यानंद राय, गिरिराज सिंह और आर के सिंह।
झारखंडः जयंत सिन्हा, संजय सेठ।
उत्तर प्रदेशः राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, मुख्तार अब्बास नकवी, मेनका गांधी, वीके सिंह, सत्यपाल सिंह, संजीव बालियान, रीता बहुगुणा जोशी, एसपीएस बघेल, संजय निषाद, अनुप्रिया पटेल (अपना दल)।
पंजाबः सुखबीर बादल या हरसिमरत में से कोई एक।
राजस्थानः गजेंद्र सिंह शेखावत या राज्यवर्धन राठौर, पीपी चौधरी और कैलाश मेघवाल।
दिल्लीः डॉ हर्षवर्द्धन या मनोज तिवारी।
मध्य प्रदेशः नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत और प्रह्लाद पटेल।
पश्चिम बंगालः बाबुल सुप्रियो, दिलीप घोष और राहुल सिन्हा।
ओडिसाः बसंत पांडा, जुएल ओराँव और धर्मेंद्र प्रधान।
जम्मू और कश्मीरः डॉ जितेंद्र सिंह।
तेलंगानाः किशन रेड्डी।
अरुणाचल प्रदेशः किरण रिजिजू या तापिर गाव।
गुजरातः अमित शाह, पुरुषोत्तम रूपाला, विनोद चावड़ा, सी आर पाटिल।
उत्तराखंडः अनिल बलूनी या अजय टम्टा।
कर्नाटकः प्रह्लाद जोशी और तेजस्वी सूर्या।