लोकसभा चुनाव में मोदी को प्रचंड बहुमत मिल गया। कांग्रेस के सारे दावों की बीजेपी ने इस चुनाव में हवा निकाल दी है, हालांकि पूरे चुनाव में मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया था। राहुल गांधी अपने भाषण के सहारे केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकने का दावा किया था लेकिन उनके दावों को जनता ने नकार दिया। कांग्रेस को इतनी उम्मीद नहीं थी उसकी इतनी बड़ी हार होगी। दूसरी ओर बीजेपी ने देश के हर कोने पर अच्छा प्रदर्शन किया है।
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के गठबंधन के सपनों को भी बीजेपी ने अपने प्रदर्शन से एक झटके में कूचल दिया है लेकिन आपको ये पता नहीं आखिर मोदी ने ऐसा क्या कर दिया है जिससे जनता उनके फेवर में आई। चुनाव के दौरान ये लग रहा था कि मोदी सरकार को जनता इस चुनाव में गद्दी से उतार देगी लेकिन हुआ इसका उलट।
मोदी की लहर नहीं बल्कि सुनामी चली है। राजनीतिक के जानकारों की माने तो मोदी ने चुनाव से ठीक पहले बड़ा दाव खेलते हुए पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को खुश कर दिया था। इसका फायदा चुनाव में देखने को मिला। खासकर यूपी के किसानों ने मोदी की इस पहल पर वोटों की बारिश कर दी।
आलम तो यह रहा कि बुआ-बबुआ की जोड़ी भी यूपी में फ्लॉप हो गई। मोदी ने भले पांच सालों में किसानों के लिए कुछ खास नहीं किया हो लेकिन चुनाव से ठीक पहले उन्होंने बड़ी चालाकी से एक झटके में देश के अन्नदाता को अपने पाले में कर लिया।
जानकारी के मुताबिक मोदी सरकार ने चुनाव से ठीक पहले करोड़ों किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत दो किस्तों का पैसा उनके खाते में डाल दिया था। इसके तहत गरीब किसानों के खाते में 4000 हजार रुपये आ गए। कुछ राज्यों में बीजेपी इसका फायदा भी मिला लेकिन यूपी के किसानों ने इसे हाथों-हाथों लिया। जानकार मानते हैं कि मोदी सरकार इस कदम से बुआ-बबुआ की नहीं चल पायी।