लंदन: भारतीय लेखिका एनी जैदी को बुधवार को एक लाख डॉलर के ‘नाइन डॉट्स प्राइज’ 2019 का विजेता घोषित किया गया। यह एक प्रतिष्ठित पुस्तक पुरस्कार है, जो विश्व भर के समसामयिक मुद्दों को उठाने वाले नवोन्मेषी विचारों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार 1,00,000 डॉलर (करीब 70 लाख रुपए) का है।
मुंबई की रहने वाली जैदी एक स्वतंत्र लेखिका हैं. वह रिपोर्ताज, निबंध, लघु कहानियां, कविताएं और नाटक लिखती हैं. उन्हें यह पुरस्कार उनकी प्रविष्टि ‘ब्रेड,सीमेंट, कैक्टस’ के लिए दिया गया है। यह पुस्तक भारत में उनके समसामयिक जीवन के अनुभवों में रचे-बसे स्मरण और घर एवं संपत्ति की अवधारणा को तलाश करते रिपोर्ताज का मिश्रण है।
मुंबई की रहने वाली जैदी एक स्वतंत्र लेखिका हैं. वह रिपोर्ताज, निबंध, लघु कहानियां, कविताएं और नाटक लिखती हैं. उन्हें यह पुरस्कार उनकी प्रविष्टि ‘ब्रेड,सीमेंट, कैक्टस’ के लिए दिया गया है। यह पुस्तक भारत में उनके समसामयिक जीवन के अनुभवों में रचे-बसे स्मरण और घर एवं संपत्ति की अवधारणा को तलाश करते रिपोर्ताज का मिश्रण है।
40 वर्षीय ऐनी ने कहा कि ‘नाइन डॉट्स प्राइज’ जिस तरह से नए लोगों को बिना सीमा या अंकुश के सोचने के लिए प्रोत्साहित करता है, उससे वह काफी प्रभावित हुईं
इस पुरस्कार के लिए प्रतिभागियों को 3,000 शब्द में एक विषय पर निबंध लिखना होता है. नॉन डॉट्स प्राइज के विजेता को अपने जवाब को एक पुस्तक के रूप में ढालने के लिए सहयोग दिया जाता है, जिसे कैंब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस (सीयूपी) प्रकाशित करता है और उन्हें कैंब्रिज विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर रिसर्च इन आर्ट्स, सोशल साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज (सीआरएएसएसएच) में कुछ समय बिताने का मौका दिया जाता है।
इस पुरस्कार के लिए प्रतिभागियों को 3,000 शब्द में एक विषय पर निबंध लिखना होता है. नॉन डॉट्स प्राइज के विजेता को अपने जवाब को एक पुस्तक के रूप में ढालने के लिए सहयोग दिया जाता है, जिसे कैंब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस (सीयूपी) प्रकाशित करता है और उन्हें कैंब्रिज विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर रिसर्च इन आर्ट्स, सोशल साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज (सीआरएएसएसएच) में कुछ समय बिताने का मौका दिया जाता है।